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Good Friday 2024: आज है गुड फ्राइडे और क्या है इसका महत्व, जानें इस दिन ईसाई क्यों मनाते हैं शोक

ईसाई धर्म गुड फ्राइडे (Good Friday 2024) का बड़ा महत्व होता है. इस बार गुड फ्राइडे 29 मार्च को होगा. इस दिन ईसाई धर्म के अनुयायी चर्च में जाने के साथ ही व्रत (Good Friday Importance) करते हैं.

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Good Friday 2024 Kab Hai: जिस तरह से हिंदू धर्म में तिथि और त्योहार का महत्व होता है. ठीक इसी तरह गुड फ्राइडे को ईसाई धर्म में एक त्योहार के रूप में मनाया जाता है. इसे गुड फ्राइडे के अलावा ब्लैक फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे या होली फ्राइडे के नाम से जाना जाता है. हालां​कि गुड फ्राइडे (Good Friday Importance) का अर्थ इस दिन के महत्व से बिल्कुल अलग है. यानी गुड फ्राइडे को धूमधाम से नहीं बल्कि शांति और शोक के रूप में मनाया जाता है. ईसाई धर्म का इसका बड़ा महत्व है. इस साल भी गुड फ्राइडे आने वाला है. आइए जानते हैं इस साल आने वाला गुड फ्राइडे (Good Friday) से लेकर इस दिन शोक क्यों मनाया जाता है...


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जानिए किस दिन है गुड फ्राइडे 2024

अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, इस साल गुड फ्राइडे 29 मार्च को मनाया जाएगा. इस दिन ईसाई धर्म के लोग चर्च में जाकर प्रार्थना करते हैं. साथ ही इस दिन उपवास भी रखते हैं.  ये लोग इस दिन मीठी रोटी बनाते हैं. इसे व्रत खत्म होने के बाद खाया जाता है. यह सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में ईसाई धर्म के लोगों के बीच मनाया जाता है. 


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गुड फ्राइडे के दिन क्यों मनाया जाता है शोक

ईसाई धर्म के लोगों के अनुसार, गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय का प्रसिद्ध त्योहार है. यह दिन नाम के बिल्कुल विपरीत है. यानी गुड फ्राइडे को खुशी की जगह दुख के रूप में मनाया जाता है. इस दिन ईसाई लोग शोक व्यक्त करते हैं. इसकी वजह गुड फ्राइडे के दिन ही प्रेम और शांति के मसीहा प्रभु यीशु को सूली पर लटकाया गया था. यही वजह है कि ईसाई के धर्म के लोग इस दिन को त्योहार के रूप में मनाते हैं. इसकी ये है कि सूली के चढ़ाए जाने के 3 दिन बाद यानि ईस्टर संडे के दिन ईसा मसीह पुन: जीवित हो गए थे. माना जाता है कि जीसस ने दुनिया के पापों के चलते बहुत ज्यादा दुख झेला और प्रेम के लिए ही अपने प्राण दे दिये. यही वजह है कि इस दिन को ईसा मसीह के बलिदान के रूप में याद किया जाता है. इस दिन दुनियाभर के चर्च के झांकी निकाली जाती है.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

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