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इस Virus से यंग लोगों के फेफड़े हो रहे सबसे ज्यादा डैमेज, चौंका रही है ये रिपोर्ट

एक नए अध्ययन में ये बात पता चली है कि युवाओं के फेफड़े SARS-CoV-2 वायरस के लिए ज्यादा संवेदनशील होते हैं. आइए जानते हैं क्या कहती है स्टडी...

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SARS-CoV-2 Virus

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कोरोना वायरस से उत्पन्न हुए कोविड-19 महामारी के कारण देश और दुनिया में करोड़ों लोगों ने अपनी जान गवां दी. वहीं कोविड-19 से रिकवर हुए लोगों में अब अन्य कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. कई हेल्थ रिर्सच में ये दावा किया गया है कि कोरोना महामारी के बाद से लोगों में फेफड़ों से जुड़ी (Covid-19 Impact On Lungs) गंभीर समस्याएं बढ़ी हैं. इसके कारण लोगों के लंग्स की कार्यक्षमता में कमी आई है.

एक नए अध्ययन में ये बात पता चली है कि युवाओं के फेफड़े SARS-CoV-2 वायरस के लिए ज्यादा संवेदनशील होते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में...

WHO के वैक्सीन सेफ्टी नेट के सदस्य डॉ विपिन एम वशिष्ठ ने बताया है कि,  SARS-CoV-2 का वायरस इंसानों के फेफड़ों की कोशिकाओं में ज्यादा तेजी से फैलता है, जिसमें शरीर की इम्युनिटी ज्यादा मजबूती से जवाब देती है.”


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स्टडी में ये बात आई सामने
इस रिपोर्ट के मुताबिक उम्र बढ़ने के साथ कमजोर हो जाते हैं और कोरोना समेत फ्लू वायरस भी कम पनपते हैं. वहीं इसके उलट युवाओं के फेफड़ों में ये वायरस ज्यादा आसानी से फैलते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ बन, स्विट्जरलैंड के शोधकर्ताओं ने इसपर शोध किया कि उम्र के साथ फेफड़े कमजोर कैसे पड़ते हैं और उन पर कोरोना वायरस और फ्लू वायरस का कैसा असर होता है. 


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इतना ही नहीं शोधकर्ताओं ने फेफड़ों के दूर के हिस्सों में सूजन और वायरस से लड़ने की क्षमता को भी परखा. जिसमें ये पाया गया कि फ्लू का H1N1 और H5N1 वायरस फेफड़ों में आसानी से फैलते हैं और इसके उलट कोरोना वायरस का मूल रूप और उसका डेल्टा वैरिएंट कम फैल पाए. हालांकि कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है.

Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

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