Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Air Pollution से हो सकता है कोरोना? जानिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या कहा

दिल्ली एनसीआर समेत देश के दूसरे राज्यों में भी वायु प्रदूषण काफी ज्यादा है. इसको देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्या सरकारों को एडवाइजरी जारी कर दी है. इसमें कड़ाई से नियम पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं. 

article-main
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: बदलते मौसम के साथ ही वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ता जा रहा है. इसी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसमें बच्चों के स्कूल जानें से लेकर पॉल्यूशन से बिगड़ती स्थिति को देखते हुए राज्यों को सचेत किया है. मंत्रालय ने एडवाइजरी में काफी विस्तार किया है और स्कूली बच्चों से संबंधित अलग-अलग दिशानिर्देश जारी किए हैं. इसमें घरों में हवन करने से लेकर स्कूल के ब्लैकबोर्ड पर चॉक से न लिखने की हिदायत दी गई है. 

एयर पॉल्यूशन इन खतरनाक बीमारियों का बढ़ रहा खतरा

आईसीएमआर के आंकड़ों की मानें तो 2019 में भारत में 18% मौतें एयर पॉल्यशून की वजह से हई है. इस बार एयर पॉल्यूशन और भी ज्यादा है. इसका लेवल काफी हाई है. इस जहरीली हवा के संपर्क में आने की वजह से लोगों में हृदय रोग से लेकर श्वसन रोग, मस्तिष्क और लंग्स कैसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. मंत्रालया ने कहा कि वायु प्रदूषण को कंट्रोल कराने के लिए राज्य के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी और बहुत ही कड़ाई से नियम फॉलो कराने की जरूरत है. जिस भी वजह से एयर पॉल्यूशन हो रहा है. उस पर तत्काल अंकुश लगाने की जरूरत है. कड़े कदम उठाने की जरूरत है. 

कोरोना जैसा लक्षण ​दे सकते हैं दिखाई

पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) संभावित रूप से SARS COV-2 वायरस के हवाई संचरण के लिए अभियान चलाने की जरूरत है. एडवाइजरी में कहा गया है कि PM2.5 के अल्पकालिक और दीर्घकालिक जोखिम और NO2 के दीर्घकालिक जोखिम, सीओवीआईडी कोरोना​ संक्रमण की बढ़ती संवेदनशीलता मौत का कारण तक बन सकती है. वायु प्रदूषण का प्रभाव 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और यातायात पुलिस जैसे बाहरी व्यवसायों में लगे लोगों पर पड़ रहा है. यह इन्हें गंभीर रूप से बीमार कर सकता है. 

इन चीजों का न करें इस्तेमाल

- रूम फ्रेशनर का इस्तेमाल न करें. यह कमरे में मौजूद ऑक्सीजन को नष्ट कर देता है.
- घर या बाहर सफाई के लिए सूखे पोछे की जगह गीले पोछे का इस्तेमाल करें. इससे हवा में मौजूद धूल को नीचे जमने में मदद मिलती है.
- आंखों को साफ पानी से धोते रहें और गले की सफाई के लिए गुनगुना पानी जरूर पिएं
- सुबह और देर शाम को टहलने न जाएं
- आग और पटाखे जलाने से बचें 

रूमाल या मास्क का करें इस्तेमाल

सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि रूमाल या कपड़े से मुंह और नाक ढकने से प्रदूषण से राहत नहीं मिलेगी. अगर AQI 200 से ज्यादा है तो आप N95 या 99 लगा सकते हैं, लेकिन अगर आप थोड़े समय के लिए बाहर हैं तो ये प्रभावी होंगे. अगर हवा की गुणवत्ता 200 से ऊपर है तो एयर प्यूरीफायर मदद कर सकते हैं. लोगों को घर के अंदर हवन करने से बचना चाहिए. अगर आप अपनी कार या घर में एसी का इस्तेमाल करते हैं तो उसे रीसर्क्युलेट मोड पर रखें ताकि अंदर की हवा अंदर ही रहे. ऐसे समय में लोगों को अगरबत्ती और मच्छर भगाने वाली क्वायल न जलाने की सलाह दी जाती है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement