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High Cholesterol: इन 3 संकेतों से पता चलेगा, ब्लड का गंदा फैट आपकी आंखों में जमा हो रहा है

हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) जब शरीर में हद से ज्‍यादा बढ़ने लगता है तो वह आंखों में भी उतर आता है. आखों में जब गंदा फैट जमने लगता है तो तीन तरह के लक्षण (Symptoms) उभरते हैं. अगर आपको ये नजर आ रहे तो तुुरंत सतर्क हो जाएं. ये खतरे का संकेत हैै.

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आंखों में गंदा कोलेस्‍ट्रॉल होने लगता है जमा, ऐसे पहचानें

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डीएनए हिंदी: खून में जब मोम की तरह लिसलिसा और चिपचिपा गंदा कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) जमने लगता है तो ये दिल (Heart) के लिए खतरनाक साबित होता है. स्‍ट्रोक से लेकर हार्ट अटैक आने की संभावना भी बढ़ जाती है. खास बात ये है कि शरीर के अंदर कोलेस्‍ट्रॉल बढ़ रहा है इसकी जानकारी तब मिलती है जब ये हद से ज्‍यादा हो जाता है. हालांकि, शरीर में कुछ लक्षण नजर आने पर हम कह सकते हैं कि ये हाई कोलेस्ट्रॉल की ओर इशारा करते हैं. इनमें तीन लक्षण हमारी आंखों (Eyes) के इर्द गिर्द भी नजर आते हैं. आइए उनके बारे में आपको बताएं.

  • कॉर्निया के आसपास सफेद, स्लेटी और पीले रंग का पदार्थ जमा होना. 
  • धुंधला नजर आना. 
  • आंखों के आसपास पीले मस्से या आंखों के अंदर लालिमा 

अगर आपको इनमें से एक भी लक्षण नजर आए तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें ताकि आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल जांचा जा सके. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह के लक्षण ज्यादातर आंखों की गंभीर समस्याओं की तरफ भी इशारा करते हैं. 

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एज रिलेटेड मस्कुलर डीजेनरेशन: उम्र बढ़ने के साथ हमारी मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं. आंखों के मामले में ये एक आम समस्या है. इसमें रेटिना में पाए जाने वाले सेल या तो मर जाते हैं या खराब होने लगते हैं, जिसकी वजह से बारीक चीजें देख पाना या अक्षर पढ़ पाना मुश्किल होने लगता है. रेटिना के आसपास पीले रंग के फैटी लिपिड जमा होने की वजह से भी ऐसा हो जाता है. 

रेटिनल वेन ऑक्लुजन: लिपिड्स की वजह से आंखों से जुड़ी ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचता है, जिसके चलते रेटिना पर क्लॉटिंग हो जाती है. इससे नजर का धुंधलापन बढ़ जाता है। इनसे आंखों को स्थायी या अस्थायी नुकसान पहुंचने का खतरा होता है. 

कॉर्नियल आर्कस: कॉर्निया के चारों ओर कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है तो ये हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत होता है. ये तमाम स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी कर सकता है. 

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कैसे दूर करें कोलेस्ट्रॉल की समस्या
हाई कोलेस्ट्रॉल सीधे-सीधे हमारी आरामतलब जीवनशैली से जुड़ा हुआ है. पोषण युक्त खानपान, शरीर में तरल की प्रचुरता और कसरत के जरिये कोलेस्ट्रॉल को काबू में रखा जा सकता है. खानपान में फलों और हरी सब्जियों की ज्यादा मात्रा होनी चाहिए, जिससे एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन सी और विटामिन ई ज्यादा मिले. इससे हमारी धमनियों से फैट घटता है और नसों पर पड़नेवाला दबाव कम होता है। नतीजा ये होता है कि थक्के बनने की आशंका कम हो जाती है. 

एक्सपर्ट्स का कहना है कि रेड मीट खाने से बचना चाहिए. दिन भर में कम से कम डेढ़ लीटर पानी जरूर पीना चाहिए. स्मोकिंग छोड़ देनी चाहिए और शराब की मात्रा सीमित कर देनी चाहिए. तला भुना खानपान से भी कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा मिलता है. इससे भी जितना हो सके बचना चाहिए. 

 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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