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Biggest Railway Network: भारत नहीं इस देश के पास है सबसे ज्यादा ट्रेनें, कहलाता है रेलवे का बादशाह

Largest Railway Network: दुनिया के टॉप-5 रेलवे नेटवर्क में भारत चौथे स्थान पर है. क्या आप जानते हैं फिर पहले स्थान पर कौन है अगर नहीं तो चलिए जानते हैं.

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Biggest Railway Network: भारत नहीं इस देश के पास है सबसे ज्यादा ट्रेनें, कहलाता है रेलवे का बादशाह

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डीएनए हिंदी: जब कभी भी रेलवे की बात आती है तो भारत का जिक्र जरूर होता है. कई लोगों को इस बात को लेकर भम्र है कि भारत में ही सबसे ज्यादा ट्रेनें है. भारतीय रेलवे नेटवर्क ही दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है. बस यहीं आप लोग मार खा जाते हैं. माना भारत में रेलवे ब्रिटिश काल से है पर ये अब भी के आकार के मामले में विश्व स्तर पर चौथे स्थान पर है और रेल नेटवर्क घनत्व के मामले में विश्व स्तर पर सातवें स्थान पर है. इतनी बड़ी आबादी के साथ इस मुकाम तक पहुंचने में भारत की उपलब्धि प्रभावशाली है. हालांकि भारत अब भी पहले स्थान पर नहीं है. फिर कौन है रेलवे का बादशाह, आइए आपको बताते हैं.

कितना बड़ा है भारतीय रेलवे
भारत में 70,225 किमी रेल नेटवर्क है जो देश के विभिन्न क्षेत्रों को आपस में जोड़ता है. यात्रियों की सुविधा के आधार पर रेलवे अपनी रेल गाड़ियां चलाता है. यहां प्रतिदिन हजारों लोग ट्रेन पकड़ते हैं. ट्रेन से यात्रा करना सुविधाजनक और किफायती दोनों है. हालांकि दुनिया में रेल नेटवर्क के मामले में भारत चौथे नंबर पर है, जबकि साइज़ के मामले में भारत सातवे नंबर पर.

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यह देश है रेलवे का बादशाह
विश्व का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क अमेरिका में है. अमेरिका में 2,57,560 किलोमीटर लंबा रेल नेटवर्क है. हालांकि, अमेरिका में, माल परिवहन या माल गाड़ी के रूप से रेल का उपयोग किया जाता है.अमेरिकी रेल नेटवर्क में यात्रियों के लिए केवल 35,000 किलोमीट का उपयोग किया जाता है. बाकी का लगभग 80% माल ढुलाई लाइनों या फ्रेट लाइन के लिए यूज किया जाता है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए फ्रेट लाइन (मालगाड़ी लाइन) काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.

यहां के रेलवे में कंटेनर, कोयला और तेल के साथ अधिक काम किया जा रहा है. प्रमुख शहरों में आमतौर पर यात्री सेवा के लिए कम्यूटर रेल और जन परिवहन होता है. इसमें एमट्रैक रेलवे बोर्ड (Amtrak Railway Board)  पैसेंजर्स सर्विस में अधिक योगदान देता है. वहीं इनके ट्रेन की स्पीड की बात की जाए तो यह ट्रेन फिलहाल 240 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड से चलती हैं और हो सकता है कि जल्द ही इससे भी तेज स्पीड से चलने वाली ट्रेन आ आ जाएं.

दूसरे नंबर पर है चीन
रेल नेटवर्क के मामले में चीन दुनिया में दूसरे नंबर पर आता है. चीन में 1,50,000 किमी से अधिक लंबे रेल नेटवर्क का उपयोग किया जाता है. हालांकि चीन 40,000 किलोमीटर लंबे हाई-स्पीड रेल नेटवर्क के साथ दुनिया में सबसे आगे और पहले नंबर पर है.

तीसरे पर है रूस, चौथे पर भारत
दूसरी ओर रूस क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा देश है, लेकिन 85,600 किमी नेटवर्क के साथ इस मामले में तीसरे स्थान पर है. इसके पीछे 2 मुख्य कारण हैं पहला रूस की घनी आबादी, और दूसरा, इसका लगातार कड़ाके की ठंड वाला मौसम. वहीं जैसा कि पहले बताया भारत अपने 70,225 किमी लंबे रेल नेटवर्क के साथ में दुनिया में चौथे स्थान पर है.

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पांचवे पर कनाडा
कनाडा की बात करें तो अपने ऑपरेशनल 49,422 किलोमीटर लंबे रेल नेटवर्क के साथ यह दुनिया के पांचवे नंबर पर है. वहीं एक देश ऐसा भी है जहां रेलवे ही नहीं है. जी हां भारत के पड़ोसी देश भूटान में  रेल व्यवस्था का अभाव है. दक्षिण एशिया का सबसे छोटा राष्ट्र भूटान कहलाता है. हालांकि इसे भारतीय रेलवे से जोड़ने पर भी चर्चा होती रही है.

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