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कोरोना अभी गया ही है और अब होने वाला है डेंगू, जीका और चिकनगुनिया का ट्रिपल अटैक, क्यों घबराया WHO?

भयंकर गर्मी और बढ़ते तापमान के बीच  डेंगू, जीका और चिकनगुनिया जैसे वायरल का अटैक हो सकता है. इसकी मुख्य वजह जलवायु परिवर्तन में मच्छरों का पनपना है.  

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डीएनए हिंदी: (Viral Disease) कोरोना अभी तक पूरी तरह से खत्म भी नहीं हुआ था कि डब्ल्यूएचओ ने एक और चेतावनी जारी कर दी है. इसमें कहा गया है कि अल नीनो के बढ़ते प्रकोप की वजह से डेंगू, जीका और चिकनगुनिया का त्रिपल अटैक होगा. डब्ल्यूएचओ के चीफ ने कहा इसे निपटने के लिए दुनिया को तैयार रहने की जरूरत है.  

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम ने कहा कि 2023 और 2024 में अल नीनो डेंगू, जीका वायरस, चिकनगुनिया जैसी वायरल बीमारियों को बढ़ा सकता है. इसकी पूर्ण संभावना बनी हुई है. उन्होंने कहा कि जलवायु में हो रहा परिवर्तन मच्छरों के प्रजन्न को बढ़ा देता है, जिसकी वजह से डेंगू, जीका वायरस और चिकनगुनिया का प्रकोप बढ़ेगा. यह दुनिया के एक या दो नहीं बल्कि कई देशों को प्रभावित कर सकता है.

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यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन एनओएए के अनुसार, अल नीनो तापमान के नए रिकॉर्ड बना सकता है. खासकर उन क्षेत्रों में जो पहले से ही अल नीनो के दौरान औसत से ऊपर तापमान का अनुभव कर रहे हैं. अल नीनो की घटनाएं आम तौर पर हर दो से सात साल में होती हैं. यह मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर में भूमध्य रेखा के आसपास समुद्र की सतह के औसत से अधिक गर्म तापमान की विशेषता होती है. आखिरी बार अल नीनो की घटना फरवरी और अगस्त 2019 के बीच हुई थी, लेकिन इसका प्रभाव अपेक्षाकृत कमजोर था.

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 बता दें कि इससे पहले 2016 में अल नीनो और बढ़ते तापमान की वजह से वैश्विक तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था- इस बारे में डब्ल्यूएमओ द्वारा जारी नए अपडेट के मुताबिक मई से जुलाई के बीच इस बात की 60 फीसदी आशंका है कि अल नीनो-दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) अल नीनो में बदल जाएगा.

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