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Communist Party Congress से ठीक पहले शी जिनपिंग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन, जानिए क्या है वजह

China Protest Xi Jinping: चीन में तीसरी बार राष्ट्रपति बनने जा रहे शी जिनपिंग के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं और जीरो कोविड नीति का विरोध हो रहा है.

Communist Party Congress से ठीक पहले शी जिनपिंग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन, जानिए क्या है वजह

चीन में हो रहा है प्रदर्शन

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डीएनए हिंदी: चीन में कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) की 20वीं कांग्रेस चल रही है. आखिर में पार्टी महासचिव और वर्तमान राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) को तीसरा कार्यकाल दिया जाना है. इसी बीच कुछ चीन के कुछ लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. चीन में कराए जा रहे कोविड टेस्टिंग और शी जिनपिंग की कथित तानाशाही के खिलाफ विरोध जताया जा रहा है. लोगों की शिकायत है कि सरकार का विरोध जताने वाले लोगों को परेशान किया जा रहा है. जनता की मांग है कि चीन की जीरो-कोविड पॉलिसी (Zero Covid Policy) को खत्म किया जाए. चीन की सरकार इन प्रदर्शनों को दबाने का भरसक प्रयास कर रही है और सोशल मीडिया से भी इसकी तस्वीरें मिटा दी गई हैं. 

रविवार को चीन की 20वीं पार्टी कांग्रेस से कुछ दिन पहले ही शी जिनपिंग के लिए अपमानजनक राजनीतिक संदेशों और तीखी आलोचना वाले बैनर देखे गए और असंतोष के स्वर सुनाई दिए. 'फॉरेन पॉलिसी' की रिपोर्ट के मुताबिक, एक फ्लाइओवर पर लगाए गए बैनर धुएं की लहरों से घिरे हुए थे, जिसने सबका ध्यान आकर्षित किया. लोगों ने शी जिनपिंग को हटाने और चीन की कठोर जीरो-कोविड नीति खत्म करने की मांग करने वाले नारे लगाए. विरोध की तस्वीरें शुरू में सोशल मीडिया पर फैल गईं, हालांकि अधिकारियों ने तेजी से उन्हें इंटरनेट से मिटा दिया.

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जीरो कोविड पॉलिसी का हो रहा है विरोध
एक बैनर में लिखा था- 'आइए, हम स्कूलों और दफ्तरों में हड़ताल करें और तानाशाही गद्दार शी जिनपिंग को हटा दें'. दूसरे बैनर में लिखा था- 'कोई कोविड टेस्ट नहीं, हम खाना चाहते हैं. कोई प्रतिबंध नहीं, हम स्वतंत्रता चाहते हैं. कोई झूठ नहीं, हम गरिमा चाहते हैं. कोई सांस्कृतिक क्रांति नहीं, हम सुधार चाहते हैं. कोई नेता नहीं, हमें वोट चाहिए. गुलाम न होकर हम नागरिक बन सकते हैं.'

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मीडिया पलिब्केशन ने काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस की एक साथी जोंगयुआन जो लियू के हवाले से कहा कि यह पार्टी कांग्रेस की शुरुआत के साथ कई मायनों में बहुत साहसिक कदम था, जिसे उन्होंने शायद चीन में सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना के रूप में बताया है. उन्होंने कहा कि इस तरह सार्वजनिक रूप से और अपेक्षाकृत हाई-प्रोफाइल तरीके से ऐसा करना बहुत जोखिम भरा कदम था. चीन में राजधानी के अधिकारियों के कुछ समूहों से बैनर या धरना के रूप में विरोध प्रदर्शनों के साथ 20वीं कांग्रेस से पहले सरकार के आलोचकों की निगरानी और उत्पीड़न बढ़ गया है.

जमकर हो रही है दमन की कोशिश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मध्य सितंबर के बाद से सरकार को प्रभावित करने की कोशिश करने वाले बड़ी संख्या में याचिकाकर्ताओं और कार्यकर्ताओं को पूरे चीन में कैद या नजरबंद कर दिया गया है और मानवाधिकार वकीलों को धमकाया गया है. द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, विद्रोहियों का दावा है कि अधिकारी रविवार को शुरू हुए दो दशक के आयोजन से पहले उन्हें दबाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि वे चिंतित हैं कि सरकार की आलोचना सामाजिक अशांति का कारण बनेगी.

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प्रदर्शनकारियों का कहना है- 'हर सुबह पुलिस मुझे दिन की मेरी योजना की जांच करने के लिए बुलाती थी. उन्होंने मुझे कहीं भी नहीं जाने, किसी को देखने या कुछ भी नहीं कहने का आदेश दिया.' एक वकील ने कहा, 'राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों का बचाव करने के लिए हमारी कानूनी फर्म को बंद कर दिया गया. संदेश स्पष्ट है: हम आपकी हर हरकत पर नजर रख रहे हैं.'

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