अंतर्राष्ट्रीय खबरें
शी जिनपिंग चीन की राजनीति में अजेय बनते जा रहे हैं. उनके खिलाफ प्रतिरोध के स्वर उठते ही नहीं हैं. उन्हें विद्रोह कुचलने का हुनर मालूम है.
डीएनए हिंदी: शी जिनपिंग (Xi Jinping) चीन की राजनीति के अजेय योद्धा हैं. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का मतलब ही सिर्फ उनके नाम तक सिमट गया है. वह तीसरी बार सत्ता संभालने जा रहे हैं और उन्हें चुनौती देने वाला भी कोई नहीं है. शी जिनपिंग के पिता शी चोंगशुन कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज नेता थे. वह माओत्से तुंग के बेहद करीबी थे और उनके प्रधानमंत्री भी रहे हैं. वह क्रांतिकारी थे लेकिन कभी माओत्से तुंग की परछाईं से बाहर नहीं निकल पाए. 1953 में पैदा हुए शी जिनपिंग ने अपना कद ऐसे बढ़ाया कि वह माओत्से तुंग से भी आगे निकल गए. उनकी ताकत जीवित किवदंति बन गई है, जिससे आगे निकलना अब किसी के बस की बात नहीं है.
शी जिनपिंग के पिता शी चोंगशुन कम्युनिस्ट पार्टी के बड़े नेता थे. क्रांतिकारी थे, इस वजह से उन्हें लोग मानते थे. उनके पारिवारिक बैकग्राउंड ने उन्हें राजनीति में एंट्री दिलाई और वह ऐसे स्थापित हुए कि उन्हें कोई चुनौती तक देने वाला नहीं है. सत्तारूढ़ होने से पहले शी जिनपिंग की छवि अवसरवादी नेता के तौर पर थी. साल 2012 से सत्तारूढ़ हुए शी जिनपिंग को चुनौती देने वाला कोई नेता नहीं है. वह अजेय हैं और ऐसे सियासी समीकरण बन रहे हैं कि अब अजेय ही रहेंगे. अजेय शी जिनपिंग.
China में Xi Jinping की बढ़ती सियासी ताकत, क्या भारत की बढ़ा सकती है मुश्किलें? जानिए
इस वजह से अजेय हैं शी जिनपिंग
शी जिनपिंग के अजेय होने की सबसे बड़ी वजह है चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पर उनका पूरी तरह से कंट्रोल. साल 1949 में जब पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना के बाद से ही माओत्से तुंग ने ऐसा नियम बनाया जिसमें पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) का सारा कंट्रोल चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) को ही सौंप दिया. वजह यह है कि सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) का चेयरमैन वही होगा जो चीन कम्युनिस्ट पार्टी का नेता होगा.
शी जिनपिंग का मिशन 'अंतिम शुद्धीकरण'! पार्टी और सरकार पर दबदबे की कोशिश
शी जिनपिंग साल 2012 में ही सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के चेयरमैन बन गए. उन्होंने सेना के भीतर चल रहे सारे गतिरोधों को खत्म कर दिया और पूरी तरह से आर्मी पर कंट्रोल हासिल कर लिया.
देखते-देखते बढ़ती गई शी जिनपिंग की ताकत
शी जिनपिंग ने कुछ ऐसे फैसले लिए जिसकी वजह से उनकी ताकत और बढ़ती गई. साल 2014 और 2015 में उन्होंने सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के पूर्व वाइस चेयरमैन शू चाइहोउ और PLA के पूर्व जनरल गू बोक्सियोंग के ऊपर गंभीर आरोप लगे. ऐसा दावा किया गया कि सारा खेल, सिर्फ शी जिनपिंग के इशारे पर हो रहा है. यह शोर, रणनीतिक तौर पर बेहद अहम रहा. चीनी सेना के अधिकारियों को यह पता चला गया अगर किसी ने भी शी जिनपिंग के खिलाफ जाने की कोशिश की तो नतीजे बेहद बुरे हो सकते हैं.
Xi Jinping ने इशारों-इशारों में दी 'Right To Use Force' की धमकी, ताइवान ने कहा- हम भी पीछे नहीं हटेंगे
शी जिनपिंग सेना के बुनियादी ढांचे को बदलकर रख दिया. उन्होंने सेना के चार हेडक्वार्टर- स्टाफ़, पॉलिटिक्स, लॉजिस्टिक्स और आर्मामेंट को ही खत्म कर दिया. उन्होंने इसे 15 अलग-अलग ढांचे में बदल दिया. इसका असर यह हुआ कि सेना का पूरा नियंत्रण शी जिनपिंग के हाथों में चला गया. अब जिसके पास सेना, वही ताकतवर. चीन की सबसे ताकतवर संस्था सेंट्रल मिलिट्री कमीशन है, जिस पर शी जिनपिंग का एकाधिकार हो गया है.
सेना से लेकर पुलिस तक, हर अधिकारी है जिनपिंग का वफादार
शी जिनपिंग का पुलिस से लेकर सेना तक, हर तंत्र पर कंट्रोल है. चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के जितने भी नेता हैं, उनकी मजबूरी हो गई है शी जिनपिंग के साथ नजर आना. अगर उन्होंने बगावत की तो उनके खिलाफ कुछ भी हो सकता है. उन्हें जेल में भी भेजा जा सकता है.
शी जिनपिंग अपने विरोधियों को जेल में भेजने से जरा भी नहीं चूकते. पूर्व डोमेस्टिक सिक्योरिटी चीफ जू योंगकांग को वह जेल भेज चुके हैं. वह बो शिलाई के करीबी थी और शी जिनपिंग को चुनौती देना चाहते थे.
पहले ऐसा नियम था, जिसमें पोलित ब्यूरो के सदस्यों को विशेषाधिकार मिला था कि उन्हें कोई आपराधिक सजा नहीं दी जाएगी. शी जिनपिंग के आदेश के बाद इन नियमों में बदलाव हो गया.
खुद को स्थापित करने के लिए सिस्टम तक बदल बैठे शी जिनपिंग
शी जिनपिंग ने सत्ता हासिल करने के बाद अपने देश के नियमों में अप्रत्याशित बदलाव किए. उन्होंने एक के बाद एक कई ऐसे फैसले लिए जिसके बाद सारे नियम-कानूनों पर उनका कब्जा हो गया. उन्होंने चीन सरकार की कार्यप्रणाली तक बदल दी. शी जिनपिंग के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने भ्रष्टाचार से जुड़े हुए कानूनों को महज इसलिए सख्त कर दिया कि वे अपने विरोधियों को जेल भेज सकें. वह अपनी पार्टी के ही नेताओं के खिलाफ धड़ल्ले से एक्शन लेते गए.
'जो वफादार है, वही सरकार है'
चीन की सत्ता व्यवस्था की पूरी कमान सिर्फ शी जिनपिंग के वफादारों के हाथ में है. उन्होंने अपना उत्तराधिकारी चुना ही नहीं. न ही कोई इस काबिल साबित हो सका जो उन्हें टक्कर दे सके.
माओत्से तुंग से भी आगे निकल गए हैं शी जिनपिंग
बीजिंग, शंघाई, चॉन्गक्विंग और वुहान जैसे शहरों में पार्टी के सचिव वही हैं, जो शी जिनपिंग के वफादार हैं. शी जिनपिंग अपने फैसलों को लागू करवाने के लिए अपने भरोसेमंदों का सहारा लेते हैं. चीन के संविधान तक में शी जिनपिंग घुल-मिल गए हैं. मतलब साफ है कि चीन के लिए जितने अहम माओत्से तुंग हैं, उससे जरा भी कम अहमियत शी जिपिंग नहीं रखते हैं.
इस वजह से कोई बगावत नहीं कर पाता है
शी जिनपिंग के पूर्ववर्ती राष्ट्रपतियों जियांग ज़ेमिन और हू जिंताओ के नाम पर संविधान में आजतक कोई चैप्टर नहीं जोड़े गए. यह साबित करता है कि चीन की सत्ता पर कंट्रोल सिर्फ शी जिनपिंग है. उनकी ताकतें इस हद तक बढ़ गई हैं कि अब कोई उनके खिलाफ जाने की सोचता भी नहीं है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
साथ आए Jio Cinema और Disney Plus Hotstar, अब इन 6 नए शोज को कतई ना करें मिस
Salman Khan ने कैसे मनाया वैलेंटाइन्स डे, जानकर आप भी कहेंगे 'मान गए भाईजान'
बिना पिता और परिवार के Prateik Babbar ने रचाई दूसरी शादी, लिप-लॉक करते हुए फोटोज हुईं वायरल
IPL 2025: फैंस के लिए आई बैड न्यूज, अब फ्री में नहीं देख पाएंगे IPL मैच, चुकाने पड़ेंगे इतने रुपये
SL vs AUS: चैंपियंस ट्रॉफी से पहले ऑस्ट्रेलिया की हो गई फजीहत, 43 साल बाद वनडे में हो गया सूपड़ा साफ
संभल हिंसा के 74 उपद्रवियों के पोस्टर चस्पा, पुलिस बनाया खास प्लान, इनाम का एलान भी
काशी पहुंचे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, महाकुंभ में किए गए खर्च से लेकर मोदी-योगी पर भी उठाए सवाल
Champions Trophy 2025: एक दिन में पाकिस्तान खेलेगी 2 मैच, जानें क्या है इसके पीछे का पूरा माजरा
Valentine's Day: एक लव स्टोरी से मिली संथाली भाषा को लिपि, अमर हो गई बिदू और चांदान की प्रेम कहानी
Colon Cleansing: आंतों की गंदगी बाहर निकाल फेंकेगा ये आयुर्वेदिक तेल, पानी के साथ इस तरह करें सेवन
डीएमके सांसद ने सीट डाउनग्रेड के लिए की एयर इंडिया की आलोचना, अन्नामलाई ने कुछ ऐसे दिखाया आईना!
बाज जैसी तेज नजर पाना चाहते हैं तो खाना शुरू कर दें ये 5 लाल फल, आंखों से हट जाएगा मोटा चश्मा
'सिर्फ ₹389 के रेंट पर उठाओ बॉयफ्रेंड', वैलेंटाइन डे पर मार्केट में आया बड़ा अजीबोगरीब ऑफर
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में ये 5 खिलाड़ी बनाएंगे टीम इंडिया को चैंपियन! देखें लिस्ट में किस-किस का नाम
एलन मस्क की 'महबूबा' का भारत से है कैसा रिश्ता? नजदीक बैठकर सुनती रहीं PM मोदी की सारी बातें
कबाड़ कह फिर F-35 को चर्चा में लाए एलन मस्क, कहीं ट्रंप-मोदी रिलेशन में आ न जाए दरार?
The Diplomat trailer: John Abraham पहुंचे पाकिस्तान, भारत की बेटी को वापस लाने के लिए लगाई जान
वैलेंटाइन डे से पहले दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व क्रिकेटर ने रचाई शादी, देखें तस्वीरें
कौन था कैसेनोवा, वैलेंटाइन्स डे पर जानिए दुनिया के सबसे बड़े आशिक की कहानी
Vastu Tips: गलती से भी जमीन पर न रखें ये 5 चीजें, शुरू हो जाएगा बुरा समय
Beauty Tips: नहाने से पहले चेहरे पर लगाएं ये चीजें, घर बैठे मिलेगा पार्लर जैसा ग्लो
WPL 2025 के ओपनिंग सेरेमनी में लगेगा बॉलीवुड तड़का, फैंस का जमकर होगा मनोरंजन
मौत के बाद रिलीज हुई थीं इन स्टार्स की फिल्में, एक की मूवी रही थी सुपरहिट
Viral: सोशल मीडिया पर छाई गांधी जी की तस्वीर वाली बीयर, फोटो देखते ही लोगों ने PM मोदी से की ये मांग
WPL 2025: पनीर से भी सस्ता है आरसीबी और गुजरात के मैच की टिकट, जानें कैसे और कहां से खरीदें?
IPL 2025: कब और कहाँ खेला जाएगा आईपीएल का ओपनिंग मैच, देखें ले पूरी डिटेल
अध्यात्म के नजरिए से क्या है प्रेम? Valentine Day वाले प्रेम को कैसे देखते हैं ओशो और विवेकानंद
जब बाहर आ गया एंटीना वाला समुद्री राक्षस, इंटरनेट पर वीडियो देखकर सहम गए लोग, देखें Viral Video
जोड़ों में जमा Uric Acid को कम करेंगी ये 5 चीजें, आज ही बनाएं डाइट का हिस्सा
Elvish Yadav करेंगे शादी! भारती के सामने गर्लफ्रेंड संग मैरिज पर दिया बड़ा अपडेट
लंबी उम्र तक जीना चाहते हैं तो आज से ही पीना शुरू करें ये खास चाय, सेहत के लिए किसी औषधि से कम नहीं
Samay Raina के शो पर निगरानी रखेगी पुलिस, महिलाओं की सुरक्षा का रखेगी ख्याल
Chum Darang पर रेसिस्ट कमेंट कर बुरे फंसे Elvish Yadav, यूट्यूबर को भेजा गया समन
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड से लेकर आतंकवाद तक कई बड़े ऐलान, ट्रंप बोले- PM मोदी मुझसे बेहतर
मणिपुर में CRPF कैंप में गोलियां चलने के बाद मचा हड़कंप, भाजपा नेता संबित पात्रा की बढ़ाई गई सुरक्षा
Chhaava Review: क्या Vicky Kaushal दे पाए करियर की बेस्ट परफॉर्मेंस! पढ़ें रिव्यू
Dandruff Remedies: दही से दूर होगी डैंड्रफ की समस्या, इन 2 तरीकों से करें इस्तेमाल
Goa Land Scam: भूमि घोटाले में सरकार की फजीहत, आरोपी बोला- गोवा पुलिस ने बंदूक की नोंक पर लिए बयान
Shocking News: उम्रकैद की सजा मिलने से नाराज हुआ आरोपी, महिला जज को कोर्ट में फेंककर मारी चप्पल
मणिपुर: CRPF जवान ने अपने साथियों पर की ताबड़तोड़ फायरिंग, 2 की मौत, बाद में खुद को मारी गोली
Weight Loss: मोटापा कम कर बॉडी शेप में ले आएंगी ये सब्जियां, थुलथुला पेट हो जाएगा अंदर
Ramadan 2025: भारत में इस तारीख से शुरू हो रहा रमजान का पाक महीना, जानें सहरी और इफ्तार का समय
चलिए न हमको शरम आ रही है..., एग्जाम देने गई नई नवेली दुल्हन का रिएक्शन देख यूजर्स बोले-'दिन बन गया'
क्या होता है Golden Hour? इसमें कैसे बचाई जा सकती है Heart Attack के मरीजों की जान
Manipur President Rule: भाजपा नहीं चुन पाई मणिपुर में नया सीएम, लगाना पड़ा राष्ट्रपति शासन
Champions Trophy में विराट और राहुल को चीयर्स करती नहीं दिखेंगी अनुष्का-अथिया, सामने आई बड़ी वजह
Liver की सफाई के लिए रामबाण हैं ये 5 जड़ी-बूटियां, बीमारियों को रखेंगी दूर
Eid Holiday: ईद की छुट्टी कैंसिल, 31 मार्च को खुलेंगे सभी बैंक, जानें RBI ने क्यों लिया ये फैसला
8,00,000 से ज्यादा मौत, 4.2 अरब डॉलर का नुकसान, क्या आपदाओं ने सबसे ज्यादा भारत को किया है बरबाद?
रात में गैस की वजह नींद होती है खराब, सोने से पहले ये उपाय अपनाकर पाएं राहत
Pure Banarasi Sarees: आपकी बनारसी साड़ी असली है या नहीं? इन 5 ट्रिक्स से पहचाने
IPL की वजह से रुक गई थी रजत पाटीदार की शादी, जानें फिर कब घर आई दुल्हनिया
दलाई लामा को किससे खतरा? गृह मंत्रालय ने दी Z+ कैटेगरी की सुरक्षा, जानें कितने जवान होंगे तैनात
Ghaziabad को मिली गुड न्यूज, हिंडन नदी पर बनेगा नया पुल, खत्म हो जाएगा आधे शहर का जाम
प्रेमानंद जी महाराज के वो शिष्य जो कभी थे आर्मी ऑफिसर, अब राधा रानी की भक्ति में रहते हैं लीन
शाहीन अफरीदी को ICC ने सुनाई सजा, चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इन 2 खिलाड़ियों पर भी गिरी गाज
Healthy Heart Sign: आपका दिल हेल्दी है या नहीं? घर पर ही इन आसान टेस्ट से चल जाएगा पता