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Farmers Protest: हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट और SMS सेवा बहाल, अब क्या है किसान आंदोलन का हाल? यहां पढ़ें

Farmers Protest: किसान आंदोलन की वजह से हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई थी. अब एक बार फिर इसे बहाल कर दिया गया है.

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Farmers Protest: हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट और SMS सेवा बहाल, अब क्या है किसान आंदोलन का हाल? यहां पढ़ें

Farmers Protest

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हरियाणा (Haryana) के 7 जिलों में इंटरनेट सर्विस (Internet Service) बहाल कर दी गई है. कैथल, कुरूक्षेत्र, अंबाला, सिरसा, फतेहाबाद,जींद और हिसार में किसान आंदोलन (Farmers Protest) के चलते 13 तारीख से इंटरनेट बंद था. 

हरियाणा सरकार ने इंटरनेट सर्विस एक बार फिर से बहाल कर दिया है. स्थानीय प्रशासन ने अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट और SMS सर्विस को प्रतिबंधित कर दिया था. 

इंटरनेट बैन होने की वजह से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही थी. राशन कार्ड, पेमेंट सिस्टम और दूसरी कई सुविधाओं का इस्तेमाल लोग नहीं कर पा रहे थे. छात्र और व्यापारी वर्ग इस बैन से बेहद नाराज थे.
 


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छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही थी तो व्यापारियों का डिजिटल पेमेंट सिस्टम ही क्रैश हो गया था. सरकार ने अब इंटरनेट बैन हटाने का फैसला किया है.

किसान आंदोलन के ये हैं अहम अपडेट्स

- सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर के बंद सर्विस रोड को भी खोल दिया गया है. 
- दिल्ली पुलिस बॉडर्स को खोल दिया है.
- किसानों ने 'दिल्ली मार्च' को 29 फरवरी तक टाल दिया है.

कहां रुके हैं किसान?
किसान अपनी मांगों को लेकर खनौरी और शंभू बॉर्डर पर रुके हैं. दिल्ली हरियाणा सीमा पर रुके किसान दिल्ली चलो आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं.
 


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शनिवार को किसानों ने कैंडल मार्च निकाला था. इस दौरान खनौरी में झड़प हुई थी, जिसमें 1 प्रदर्शनकारी की मौत हुई, वहीं 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए. 

क्या चाहते हैं किसान?
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी चाहता है. किसान संगठन कृषि ऋणों की माफी चाहते हैं. 

 


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किसान अपनी मांगों पर अड़े हैं और हरियाणा और पंजाब के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर डेरा डालकर बैठे हुए हैं. किसान सरकार के अगले फैसले के इंतजार में हैं.

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