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Fake Visa Scam: सावधान, नकली वीजा दे रहे एजेंट, 17 कंसल्टेंसी फर्म पर मारा गया छापा

Fake Visa Racket: गुजरात से अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन जाने के लिए बड़ी संख्या में वीजा आवेदन रहते हैं, लेकिन इन लोगों से लाखों रुपये लेकर ठगी की जा रही है.

Fake Visa Scam: सावधान, नकली वीजा दे रहे एजेंट, 17 कंसल्टेंसी फर्म पर मारा गया छापा

Fake Visa

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डीएनए हिंदी: Gujarat News- यदि आप विदेश जाने की योजना बना रहे हैं तो वीजा लेते समय थोड़ी सावधानी बरतिए. देश में फर्जी वीजा देने वाले गिरोह एक्टिव हो गए हैं. ऐसे फ्रॉड एजेंट वीजा दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की रकम लेने के बाद नकली दस्तावेज थमा दे रहे हैं, जिससे लोगों को दूसरे देशों में एयरपोर्ट पर कानूनी प्रक्रिया का सामना करने के बाद अपमान के साथ वापस लौटना पड़ रहा है. गुजरात पुलिस ने ऐसे फ्रॉड एजेंटों की धरपकड़ शुरू की है. गुजरात पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये वीजा दिलाने की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए 17 कंसल्टेंसी फर्म पर छापेमारी की है. एक सीनियर पुलिस अफसर ने शनिवार को यह बताया कि यह छापेमारी अहमदाबाद, गांधीनगर और वडोदरा में की गई है, जिसमें पासपोर्ट और कंप्यूटर हार्डवेयर जब्त किए गए हैं.

एक महीना निगरानी करने के बाद छापेमारी

भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात पुलिस के ADG (सीआईडी क्राइम) राजकुमार पांडियन ने बताया कि वीजा फ्रॉड की लगातार आ रही शिकायतों के बाद CID क्राइम की टीमों ने संदिग्ध लोगों की निगरानी शुरू की थी. ऐसे लोगों की हरकतों पर करीब एक महीने तक नजर रखने के बाद पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद एकसाथ छापेमारी की कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि वीजा एजेंटों के 17 ऑफिसों पर संयुक्त छापेमारी की गई है. इसमें 27 पासपोर्ट, पासपोर्ट की 182 प्रतियां, 53 कंप्यूटर और हार्ड ड्राइव, 79 अंकपत्र और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं. शुक्रवार को की गई छापेमारी में 50 से अधिक पुलिस कर्मियों और कंप्यूटर एक्सपर्ट के साथ-साथ एक एसपी और चार डिप्टी एसपी के निर्देशन में 17 टीमें बनाई गई थीं. इन टीमों ने एकसाथ छापेमारी की है. 

बड़ी संख्या में मिले हैं फर्जी दस्तावेज भी

पांडियन ने कहा कि छापे के दौरान जब्त की गई वस्तुओं में अन्य राज्यों के विश्वविद्यालयों के अंकपत्र, पासपोर्ट और पासपोर्ट की प्रतियां, टिकट, कंप्यूटर, हार्ड डिस्क और 5.5 लाख रुपये नकद सहित दस्तावेज शामिल हैं. इन दस्तावेजों के नकली होने की संभावना लग रही है. उन्होंने बताया कि लगातार शिकायतें मिलने के बाद कई वीजा सलाहकार कंपनियां जांच के दायरे में थीं. इन पर आरोप थे कि विदेश जाने वाले लोगों खासकर अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जाने वाले लोगों को वीजा दिलाने में मदद के लिए ये परामर्श फर्म मोटी रकम वसूलती हैं, लेकिन लोगों को मोटी रकम चुकाने के बावजूद विदेश के हवाई अड्डों से भारत लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

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