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अब हरियाणा में बढ़ी Congress की मुसीबतें, कुमारी शैलजा ने की इस्तीफे की पेशकश, हाईकमान अलर्ट

हरियाणा में कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने सोनिया गांधी को अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है.  

अब हरियाणा में बढ़ी Congress की मुसीबतें, कुमारी शैलजा ने की इस्तीफे की पेशकश, हाईकमान अलर्ट
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डीएनए हिंदीः पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी कांग्रेस की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पंजाब के बाद अब हरियाणा कांग्रेस में बवाल शुरू हो गया है. पंजाब में अमरिंदर राजा वारिंग को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद हरियाणा में बदलाव देखने को मिल सकता है. हरियाणा की प्रदेश कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष कुमारी शैलजा (Kumari Selja) ने सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है. हरियाणा में ये खबर ऐसे समय सामने आई है जब पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) लगातार बदलाव की मांग कर रहे हैं. 

अपने खेमे का आदमी चाहते हैं हुड्डा 
हरियाणा में कांग्रेस के बीच गुटबाजी लगातार देखने को मिल रही है. भूपिंदर सिंह हुड्डा लगातार गांधी परिवार पर दवाब बना रहे हैं. दरअसल हुड्डा चाहते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी उनके खेमे के किसी आदमी को दी जाए. अभी कुमारी शैलजा की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक आलाकमान ने विवाद को निपटाने के लिए मंथन शुरू कर दिया है.  

यह भी पढ़ेंः Shahbaz Sharif के लिए आसान नहीं होगी राह, पाकिस्तान का नया पीएम बनने के साथ ही सामने होंगी ये चुनौतियां   

कांग्रेस की सबसे बड़ी ये है चिंता 
दरअसल कुमारी शैलजा दलित समुदाय से आती है. कांग्रेस को डर है कि अगर कुमारी शैलजा को हटाया गया तो पार्टी पर विरोधी दल दलितों की उपेक्षा का आरोप भी लगा सकते हैं. इससे पहले पंजाब में तो खुद अपने ही नेताओं ने पार्टी पर आरोप लगाए थे. पंजाब में जब दलित लीडर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया तो सुनील जाखड़ ने इस पर सवाल उठाए थे. 
    
जाट नेता के हाथ में कमान देने की वकालत
भूपिंदर सिंह हुड्डा लगातार किसी जाट नेता को आगे करने की वकालत करते हैं. जाट समुदाय से आने वाले हुड्डा की मांग है कि बीजेपी ने किसी जाट नेता को नेतृत्व में जगह नहीं दी है. ऐसे में कांग्रेस जाट नेता को आगे कर बीजेपी के सामने चुनौती खड़ी कर सकती है. हालांकि इस वक्त गुटबाजी को दूर करना ही कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. 

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