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Nuh Violence: नूंह हिंसा में आया पाकिस्तान कनेक्शन सामने, रोहिंग्या बस्ती से रची गई साजिश, जानें इनसाइड स्टोरी

Nuh Violence FIR: नूंह हिंसा ने हरियाणा में पूरे मेवात इलाके तक फैल गया और 5 जिलों में इंटरनेट बैन जैसे हालात बन गए. इस हिंसा में आग में तेल डालने का काम सीमा पार से भी हुआ है. दिल्ली जैसा दंगा भड़काने की साजिश थी. साथ ही हिंसा का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है. 

Nuh Violence: नूंह हि��ंसा में आया पाकिस्तान कनेक्शन सामने, रोहिंग्या बस्ती से रची गई साजिश, जानें इनसाइड स्टोरी

Nuh Violence

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डीएनए हिंदी: हरियाणा के नूंह में फैली हिंसा का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है. पाकिस्तान का एक यूट्यूबर नूंह हिंसा से जुड़े भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहा था. यूट्यूबर ने राजस्थान की लोकेशन बताकर  वीडियो शेयर किया था. पुलिस की दर्ज एफआईआर में भी कहा गया है कि इस हिंसा को भड़काने में सोशल मीडिया पोस्ट ने बड़ी भूमिका निभाई है. इसके अलावा हिंसा की तैयारी पहले से की गई थी और रोहिंग्या बस्ती से भी इसका कनेक्शन है. हिंसा के लिए दूसरे गांवों से लोग पहुंचे थे. पुलिस का कहना है कि दिल्ली जैसा दंगा भड़काने की कोशिश की गई थी. अहसान मेवाती नाम के पाकिस्तानी यूट्यूबर ने अपने भड़काऊ वीडियो में लोगों से हिंसा करने और मोनू मानेसर को मारने का आह्वान किया था. जानें पुलिस की एफआईआर में साजिश को लेकर कौनसी बातें सामने आई हैं. 

पाकिस्तान के यूट्यूबर ने भड़काई हिंसा
पाकिस्तान के यूट्यूबर अहसान मेवाती ने अलवर राजस्थान की लोकेशन बताकर कुछ वीडियो अपलोड किए थे. इसमें वह नूंह हिंसा के दौरान खुले आम हिंदुओं के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा था और लोगों को हिंसा के लिए भी उकसाता दिखा. मेवाती ने मोनू मानेसर को जान से मारने और हिंसा भड़काने वाले कई बयान दिए थे. इसके अलावा उसने मुसलमानों से एकजुट होने और हिंदुओं के खिलाफ जंग और नफरत जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया था. पुलिस कई और संदिग्धों के भी सोशल मीडिया पोस्ट खंगाल रही है. 

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हिंसा की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी गई थी, कर ली थी पूरी तैयारी 
पुलिस एफआईआर में लिखा गया है कि नूंह हिंसा आकस्मिक तौर पर नहीं भड़का था. इसके लिए कुछ दिन पहले से ही तैयारी की जा रही थी और सारे उपद्रवी नूंह के नहीं थे बल्कि आसपास के गांवों से भी पहुंचे थे. पथराव और आगजनी का सामान जमा किया गया था और मेवात में दिल्ली जैसे दंगे कराने की तैयारी की गई थी. पुलिस की दर्ज एफआईआर में यह भी सामने आया है कि गुरुग्राम और आसपास के इलाकों से लोगों को बुलाने और उपद्रव के लिए सोशल मीडिया को टूल की तरह इस्तेमाल किया गया है. 

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रोहिंग्या बस्ती पर चला खट्टर सरकार का बुलडोजर 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंसा में शामिल कई लोगों का रोहिंग्या बस्ती से कनेक्शन सामने आया है. हिंसा की तैयारी में भी इस इलाके का जिक्र किया गया है. खट्टर सरकार भी रोहिंग्या बस्ती के खिलाफ आक्रामक नजर आ रही है और शुक्रवार की सुबह बुलडोजर चला है. इसके अलावा, दंगों के दिन छुट्टी पर रहने वाले एसपी वरुण सिंगला का ट्रांसफर कर दिया गया है. फिलहाल पिछले 24 घंटे में हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है. हरियाणा सरकार ने उपद्रवियों से नुकसान वसूलने का दावा भी किया है.  

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