Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

RBI गवर्नर ने Repo Rate में बढ़ोतरी पर वैश्विक स्थिति को बताया जिम्मेदार, बोले-तूफान का सामना कर रही दुनिया

RBI गवर्नर ने रेपो रेट में बढ़ोतरी को लेकर बताया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं पर बढ़ रहे दबावों का असर भी भारत पर पड़ रहा है.

RBI गवर्नर ने Repo Rate में बढ़ोतरी पर वैश्विक स्थिति को बताया जिम्मेदार, बोले-तूफान का सामना कर रही दुनिया
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज केंद्रीय बैंक के फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि दुनिया पिछले कुछ वर्षों में एक के बाद एक संकट का सामना कर रही है जिससे वित्तीय बाजारों में घबराहट है. कोविड और यूक्रेन युद्ध के बाद दुनिया एक और तूफान का सामना कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने आक्रामक मौद्रिक नीति का भी उल्लेख किया है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरबीआई के गवर्नर ने कहा है कि दूसरी तिमाही के लिए उच्च आवृत्ति डेटा दर्शाता करता है कि निजी खपत में वृद्धि के साथ आर्थिक गतिविधियां लचीली बनी हुई हैं. इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल-जून की अवधि में भारत की जीडीपी में 13.5% की वृद्धि हुई क्योंकि अर्थव्यवस्था ने महामारी से अपनी वसूली जारी रखी है. 

Meta ने Facebook अकाउंट्स पर लिया बड़ा एक्शन, बैन कर दी एजेंडा चलाने वाली वेबसाइट्स

RBI ने आज भारत के FY23 के सकल घरेलू उत्पाद के विकास के अनुमान को 7.2% से घटाकर 7% कर दिया है जबकि FY23 के खुदरा मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान को 6.7% पर बनाए रखा. भारत की वार्षिक खुदरा मुद्रास्फीति की दर अगस्त में बढ़कर 7% हो गई जो खाद्य कीमतों में वृद्धि का संकेत देती है और लगातार आठ महीनों तक आरबीआई के अनिवार्य 2-6% लक्ष्य बैंड से ऊपर रही है.

RBI गवर्नर ने कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आई है लेकिन अन्य उभरती बाजार मुद्राओं की तुलना में आंदोलन व्यवस्थित तरीके से रहा है. 1 अप्रैल 2022 से 30 सितंबर 2022 तक रुपये में 7.4% की गिरावट आई है. हाल के महीनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अथक और आक्रामक ब्याज दरों में बढ़ोतरी ने सुरक्षा की ओर उड़ान भरी है, जिससे उभरते बाजार पर दबाव बढ़ गया है.

RBI ने फिर दिया झटका, रेपो रेट में किया इजाफा, अब और महंगा होगा होम लोन

हाल के दिनों में डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है. दुनिया भर के नीति निर्माता अपनी-अपनी मुद्राओं से दूर और सुरक्षित-हेवन डॉलर में व्यापक बदलाव से जूझ रहे हैं. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने आज बेंचमार्क रेपो दर में 50 बेसिस पॉइंट्स की वृद्धि की है जो मौजूदा चक्र में चौथी बढ़ोतरी है. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) जिसमें आरबीआई के तीन सदस्य और तीन बाहरी सदस्य शामिल थे. समिति ने ने प्रमुख रेपो रेट को 5.90% कर दिया है. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement