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Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में सेना से भी नहीं संभल रहा प्रदर्शनकारियों का गुस्सा, उग्र विरोध के बीच एक की मौत

श्रीलंका में कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के घर के बाहर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने हमला किया जिन्हें कंट्रोल करने के दौरान सेना ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं दूसरी ओर गोटबाया राजपक्षे सिंगापुर जाने के तैयारी कर रहे हैं.

Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में सेना से भी नहीं संभल रहा प्रदर्शनकारियों का गुस्सा, उग्र विरोध के बीच एक की मौत
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डीएनए हिंदी: पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) में आर्थिक हालात खराब होने के बाद गहराया राजनीतिक संकट अस्थिरता का पर्याय बनता जा रहा है. एक तरफ जहां देश छोड़कर भागे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है तो दूसरी पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramasinghe) कार्यवाहक राष्ट्रपति बन गए हैं. इस दौरान राष्ट्रपति भवन से लेकर विक्रमसंघे के आवास और कार्यालय में प्रदर्शनकारियों को एक हुजूम देखने को मिला. इस दौरान ही एक प्रदर्शनकारी की मौत भी हो गई जिससे स्थिति और संवेदनशील हो गई है.

दरअसल विक्रमसंघे के कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों का हुजूम इकट्ठा हो गया.विक्रमसिंघे ने सेना को पूरी छूट दे दी है जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके. ऐसे में सेना द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए जिसमें दम घुटकर एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है जो कि भीड़ में ही शामिल था. जानकारी के मुताबिक दम घुटने की वजह से शख्स बेहोश हो गया था और फिर उसकी मौत हो गई थी.

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एक शख्स की हुई मौत

खबरों के मुताबिक बेहोशी के चलते शख्क को वहां के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसने थोड़ी ही देर में दम तोड़ दिया. वहीं दूसरी तरफ खबरें हैं कि श्रीलंका के राष्ट्रपति श्रीलंका से मालदीव चले गए हैं और मालदीव के रास्ते वे पहले सिंगापुर और फिर वहां से दुबई जाने की तैयारी कर रहे हैं. आपको बता दें कि प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में घुस गए थे और मांग कर रहे थे कि रानिल विक्रमसिंघे अपने पद से इस्तीफा दें लेकिन उन्हें कार्यवाहक राष्ट्रपति बना दिया गया.

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राष्ट्रपति छोड़ चुके हैं देश 

विक्रमसंघे के कार्यवाहकर राष्ट्रपति बनने पर प्रदर्शनकारी नाराज हो गए हैं जिसके चलते ऐसे में प्रदर्शनकारी और ज्यादा आक्रामक हो गए और उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय घेर लिया. प्रदर्शनकारी उनके दफ्तर में घुस गए. वहीं उन्होंने राष्ट्रीय टीवी चैनल पर भी कब्जा कर लिया और चैनल को ऑफ एयर कर दिया है जिससे सूचनाओं का प्रसारण तक रुक गया है. हालांकि विक्रमसिंघे ने देश में आपातकाल की घोषणा करते हुए आपातकाल लागू करते हुए सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा सेना के जिम्मे कर दिया है. 

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