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Uttarakhand Tunnel Update: एयरफोर्स के विमानों से आईं मशीनें, आखिर कब बाहर निकलेंगे सुरंग में फंसे लोग?

Uttarakhand Tunnel Rescue Update: उत्तराखंड में रविवार को एक निर्माणाधीन सुरंग में हादसा हुआ था जिसमें 40 लोग फंस गए थे. इनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है.

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Uttarakhand Tunnel Accident

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डीएनए हिंदी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को निकालने की कोशिशें जारी हैं. दिल्ली से बुधवार को भारी ऑगर मशीनें लाई गईं. एयरफोर्स के तीन विशेष विमान 25 टन भारी मशीन लेकर आए. इन मशीनों की मदद से हर घंटे 5 मीटर मलबा निकला जा सकेगा और मलबे को भेदकर स्टील पाइप को दूसरी तरफ पहुंचाया जा सकेगा. फिलहाल, लगभग 50 मीटर मलबे के दूसरी ओर ये 40 लोग फंसे हुए हैं. रविवार से ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और लगभग 200 लोग इनकी जान बचाने में जुटे हुए हैं. स्थानीय पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ-साथ थाईलैंड की एक रेस्क्यू कंपनी, दिल्ली मेट्रो और नॉर्वे के विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है.

बुधवार को वायुसेना के हरक्यूलिस विमानों से तीन खेप में लाई गईं ऑगर मशीनों को चिन्यालीसौड़ हवाईअड्डे पर उतारा गया. इन मशीनों को ग्रीन कॉरिडोर के जरिए घटनास्थल पर पहुंचाया गया. इन मशीनों से बुधवार रात में ड्रिलिंग शुरू किए जाने की उम्मीद है. वायुसेना का पहला हरक्यूलिस विमान नई दिल्ली के हिंडन एयरबेस से नई मशीन के पार्ट्स लेकर बुधवार को दोपहर करीब 1 बजे चिन्यालीसौड़ हवाईअड्डे पर उतरा, जिसके बाद मशीन के पार्ट्स को ट्रक के जरिए करीब पौने चार बजे सिलक्यारा सुरंग में पहुंचाया गया.

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ऑगर मशीनों से ड्रिलिंग की तैयारी
राहत एवं बचाव मिशन के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने कहा कि अमेरिका में बनी जैक एंड पुश अर्थ ऑगर मशीन काफी एडवांस है, जो काफी तेजी से काम करेगी. राहत एवं बचाव ऑपरेशन में अब मिलिट्री ऑपरेशन की टीम भी शामिल हो गई है. इसके साथ वायुसेना, थलसेना भी बचाव अभियान में मदद कर रही है. अभी तक बार-बार और मलबा आ जाने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा पहुंच रही है. गनीमत यह है कि अंदर फंसे लोगों तक खाने-पीने की चीजें और ऑक्सीन पहुंचाई जा रही है और वे सभी सुरक्षित हैं.

उन्‍होंने कहा, 'इसके अलावा, सुरंग में फंसे हुए 40 मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए अब नॉर्वे और थाईलैंड की विशेष टीमों की भी मदद ली जा रही है. रेस्क्यू टीम ने थाईलैंड की एक रेस्क्यू कंपनी से संपर्क किया है. इसी कंपनी ने कुछ समय पहले थाईलैंड की एक गुफा में फंसे बच्चों को बाहर निकाला था. रेस्क्यू टीम ने नॉर्वे की एनजीआई एजेंसी से भी संपर्क किया है, जिससे सुरंग के भीतर ऑपरेशन के लिए सुझाव लिया जा सके. साथ ही, भारतीय रेल, आरवीएनएल, राइट्स और इरकॉन के विशेषज्ञों से भी सुरंग के भीतर ऑपरेशन चलाने से संबंधित सुझाव लिए जा रहे हैं.'

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CM धामी लगातार ले रहे हैं जानकारी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इंदौर से देर रात देहरादून पहुंचे. इसके बाद उन्होंने उत्तरकाशी के सिल्कयारा में निर्माणाधीन सुरंग में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट लिया और मुख्य सचिव को अलर्ट रहने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन एवं प्रशासन को पूर्व में ही समुचित दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं. राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई केंद्रीय एजेंसियों की टीम की हौसला अफजाई कर सुरंग में फंसे श्रमिकों को जल्द ही सकुशल निकाला जाए.

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उन्‍होंने कहा कि फंसे हुए श्रमिकों के परिजन से निरंतर संपर्क एवं संचार के लिए प्रशासन ने दूरभाष नंबर जारी किए हैं. घटनास्थल पर श्रमिकों के परिजन एवं सहकर्मियों के साथ-साथ घटना की कवरेज करने आए मीडिया जनों के लिए समुचित व्यवस्था बनाने एवं सहयोग करने के जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं.

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