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Sovereign Gold Bond को बेचकर कमाएं मुनाफा, RBI ने रेट फिक्स किया

Sovereign Gold Bond को बेचने का मिल रहा है मौका, जानिए RBI ने क्या रेट फिक्स किया है  सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बेचने का मिल रहा है मौका, जानिए RBI ने क्या रेट फिक्स किया है

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Sovereign Gold Bond

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डीएनए हिंदी: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की 16वीं सीरीज की बिक्री के लिए ब्याज दर 2.50% तय की है. यह दर 10 दिसंबर, 2023 से 3 जनवरी, 2024 तक खुली रहेगी.

SGB एक सरकारी बॉन्ड है (What is Sovereign Gold Bond) जो सोने में निवेश करने का एक सुरक्षित तरीका प्रदान करता है. इस बॉन्ड को खरीदने के लिए किसी को भी सोने की खरीदारी करने की जरुरत नहीं है. SGB की खरीदारी ऑनलाइन, डाकघरों या बैंकों के माध्यम से की जा सकती है. इस बॉन्ड की न्यूनतम खरीद राशि 5 ग्राम है और अधिकतम खरीद राशि 4 किलोग्राम है.

SGB एक सुरक्षित निवेश है क्योंकि यह भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है. इस बॉन्ड पर मिलने वाला ब्याज भी सुरक्षित है अगर आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो SGB एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.

यह भी पढ़ें:  7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाली है बड़ी खुशखबरी, फिटमेंट फैक्टर होगा 3 गुना

SGB की विशेषताएं

  • यह एक सरकारी बॉन्ड है जो सोने में निवेश करने का एक सुरक्षित तरीका प्रदान करता है.
  • इस बॉन्ड को खरीदने के लिए किसी को भी सोने की खरीदारी करने की जरुरत नहीं है.
  • SGB की खरीदारी ऑनलाइन, डाकघरों या बैंकों के माध्यम से की जा सकती है.
  • इस बॉन्ड की न्यूनतम खरीद राशि 5 ग्राम है और अधिकतम खरीद राशि 4 किलोग्राम है.
  • SGB पर मिलने वाला ब्याज भी सुरक्षित है.

क्या SGB पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है?

SGB (Sovereign Gold Bond) पर मिलने वाला ब्याज भारत सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है. वर्तमान में, SGB पर मिलने वाला ब्याज दर 2.50% प्रति वर्ष है. यह ब्याज सालाना आधार पर निवेशकों के खाते में क्रेडिट किया जाता है.

SGB पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगता है. यह एक विशेष टैक्स लाभ है जो SGB को एक आकर्षक निवेश बनाता है.

SGB पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगने का कारण

SGB पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगने का मुख्य कारण यह है कि SGB को भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है. भारत सरकार के द्वारा जारी किए जाने वाले किसी भी कर्ज पर मिलने वाला ब्याज कर मुक्त होता है. SGB भी एक तरह का कर्ज है, इसलिए इस पर मिलने वाला ब्याज भी कर मुक्त होता है.

हालांकि, SGB को भुनाने के बाद होने वाले लाभ पर टैक्स लगता है. SGB को भुनाने के बाद होने वाले लाभ को कैपिटल गेन (Capital Gain) के रूप में माना जाता है. कैपिटल गेन पर टैक्स की दर निवेश की अवधि पर निर्भर करती है. यदि SGB को 3 साल से कम समय के लिए रखा जाता है, तो कैपिटल गेन पर 30% की टैक्स दर लागू होती है. यदि SGB को 3 साल या उससे अधिक समय के लिए रखा जाता है, तो कैपिटल गेन पर 20% की टैक्स दर लागू होती है.

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