Report: चीन और पाकिस्तान ने मिलाए हाथ, बना रहे Covid-19 से भी ज्यादा खतरनाक वायरस

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Nov 08, 2022, 10:27 PM IST

Geo-Politik की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह वायरस पाकिस्तान के मिलिट्री हेडक्वार्टर रावलपिंडी शहर की लैब में बन रहा है.

डीएनए हिंदी: पूरी दुनिया में कहर मचा रहे कोविड-19 वायरस (Covid-19 Virus) से अब भी जूझ रहा चीन इससे सबक सीखने को तैयार नहीं है. एक दहला देने वाली रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन अब इससे भी ज्यादा खतरनाक पैथोजेन्स (Pathogens) तैयार कर रहा है. इस बार उसे इस काम के लिए पाकिस्तान का भी साथ मिल गया है. हालांकि चीन लैब में बनाए जा रहे इस बेहद खतरनाक वायरस को अपनी धरती पर बनाने के बजाय इसके लिए पाकिस्तानी सरजमीं का इस्तेमाल कर रहा है ताकि किसी अनहोनी की स्थिति में उसकी जनता सुरक्षित रह सके. साथ ही वायरस की उत्पत्ति का आरोप भी पाकिस्तान के मत्थे थोपा जा सके. रिपोर्ट के मुताबिक, यह वायरस पाकिस्तानी सेना का हेडक्वार्टर कहलाने वाले रावलपिंडी शहर की एक रिसर्च लैब में बनाया जा रहा है.

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पाकिस्तानी सेना की रिसर्च विंग का है योगदान

ANI न्यूज एजेंसी ने GEO-Politik की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि यह खतरनाक वायरस एक स्पेशल प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है. यह प्रोजेक्ट चीन का वुहान इंस्टीट्यूट (Wuhan Institute) और पाकिस्तान का डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑर्गनाइजेशन (Defence Science and Technology Organisation) मिलकर चला रहे हैं. बता दें कि DSTO पाकिस्तान सेना (Pakistan Army) का ही रिसर्च विंग है. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि यह स्पेशल प्रोजेक्ट साल 2020 से ही चलाया जा रहा है.

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पाकिस्तान ने खारिज किए दावे

पाकिस्तान ने हालांकि ऐसे सभी दावे खारिज कर दिए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि रिपोर्ट में जिस लेबोरेटरी ऑफ पाकिस्तान को लेकर दावा किया गया है, वहां बायो-सेफ्टी लेवल-3 (BSL-3) को लेकर कुछ भी गोपनीय नहीं है. कार्यालय ने कहा कि यह लेबोरेटरी रावलपिंडी में चकलाला कैंटोन्मेंट (Chaklala cantt) एरिया में मौजूद है. यह एक बेहद सुरक्षित इलाका है और इस लेबोरेटरी का हेड 2 स्टार मिलिट्री जनरल को बनाया जाता है.

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पहले भी किए गए हैं चीन को लेकर दावे

चीन के अब भी खतरनाक वायरस विकसित करने में जुटा होने के दावे पहले भी कई मीडिया रिपोर्ट मे किए जा चुके हैं. इन मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावे किए गए थे कि चीन का नया वायरस कोरोना (Corona) से भी ज्यादा खतरनाक होगा और उससे कहीं ज्यादा नुकसान कर सकता है.

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चीन अब भी जूझ रहा है कोरोना से

दुनिया में भले ही कोरोना वायरस (Corona Virus) को अब तकरीबन खत्म मान लिया गया हो, लेकिन चीन में अब भी इस वायरस से जूझने का काम जारी है. चीन में एक बार फिर कोविड मामलों में तेजी आने के बाद चीनी अधिकारियों ने जगह-जगह बेहद सख्त लॉकडाउन लगा दिए हैं. इनमें झेंगझोऊ (Zhengzhou) में दुनिया की सबसे बड़ी iphone निर्माता फैक्ट्री के आसपास का इलाका भी शामिल है. इसके चलते एपल (Apple Inc) को पूरी दुनिया में iphone 14 की डिलीवरी में देरी होने का बयान जारी करना पड़ा है. यह फैक्ट्री ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) की है, जो एपल के लिए सबसे बड़ा सप्लायर है. 

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