Republic Day 2022: 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस? जानिए इससे जुड़ा इतिहास

| Updated:Jan 25, 2022, 02:51 PM IST

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Republic Day 2022: भारत को आजादी भले ही 15 अगस्त 1947 को मिली लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत पूर्ण गणराज्य बना.  

डीएनए हिंदीः देश में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल हम 73वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं. राजपथ पर परेड और झांकियां सभी का मन मोह लेती हैं. दरअसल इसी दिन साल 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. आपको जानकर हैरानी होगी कि 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को आजादी से पहले 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता था.   

26 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं गणतंत्र दिवस?
भारत को आजादी भले ही 15 अगस्त 1947 को मिली लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत पूर्ण गणराज्य बना. इसी दिन को पूरा भारत गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है. संविधान 26 नवंबर 1949 में पूरी तरह तैयार हो चुका था लेकिन दो महीने इंतजार करने के बाद इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया था. स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने संविधान अपनाया था. 26 जनवरी 1950 को संविधान को लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया. यानी 2 साल 11 महीने और 18 दिन बाद संविधान लागू हुआ था. इस दिन भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया.

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पहली बार कब मनाया गया गणतंत्र दिवस?
पहली बार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मनाया गया था. इस दिन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण किया था और भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था. तब से हर साल 26 जनवरी को देश में गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनाया जाता है.

कितने दिन का होता है कार्यक्रम
आम तौर पर गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम 24 जनवरी से शुरू हो जाता है. 24 जनवरी को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले बच्चों के नाम का ऐलान किया जाता है. 25 जनवरी की शाम राष्ट्रपति देश के नाम संबोधन देते हैं. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का मुख्य कार्यक्रम आयोजि किया जाता है. इस दौरान राजपथ पर परेड निकाली जाती है. 27 जनवरी को प्रधानमंत्री परेड में शामिल हुए एनसीसी कैडेट के साथ मुलाकात करते हैं. वहीं 29 जनवरी को रायसीना हिल पर बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इस दौरान तीनों सेनाओं के बैंड शानदार धुन के साथ मार्च पास्ट करते हैं. इसी के साथ गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम खत्म होता है. 

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डॉ. राजेन्‍द्र प्रसाद ने की गणतंत्र दिवस मनाने की घोषणा
भारत 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो गया था. लेकिन जब 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान अस्तित्व में आया तब भारत को अपनी ताकत का अहसास हुआ. देश का संविधान 2 साल, 11 महीने और 17 दिन में तैयार किया गया था. देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी को देशभर में गणतंत्र दिवस मनाने की घोषणा की. 

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