डीएनए हिंदी: देश में लगातार बढ़ती महंगाई के बीचल गेंहू के दामों (Wheat Price) में भी बढ़ोतरी हुई है. ऐसे अब केंद्र सरकार ने गेहूं के एक्सपोर्ट और स्टॉक को लेकर बड़ा फैसला किया है और निर्यात पर रोक लगा दी है. ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में गेहूं के दामों में एक बार फिर गिरावट आ सकती है जो कि महंगाई के बीच आम आदमी के लिए एक अच्छी खबर होगी.
सरकार ने पीडीएस में खाद्यान्न आवंटन को लेकर नया आदेश जारी किया है, जिसके तहत जिन क्षेत्रों में गेहूं (Wheat Price) का स्टॉक अधिक था, उसे रोक कर अब वहां चावल की सप्लाई बढ़ाई जाएगी. इससे सरकार गेहूं के स्टॉक को बैलेंस करने की कोशिश कर रही है जिससे लोगों को उचित मात्रा में खाद्यान उपलब्ध कराया जा सके.
इस मामले में खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया है कि एक हफ्ते में गेहूं के दाम कम होने लगेंगे. गेहूं सस्ता होने से आटा की कीमत में भी गिरावट आएगी. सुधांशु पांडे ने यह भी बताया कि देश में गेहूं के स्टॉक को मेंटेन रखने के लिए गेहूं निर्यात में रोक का आदेश जारी किया गया है और किसी भी सूरत में गेहूं का स्टॉक कम नहीं होगा.
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इसके साथ ही खाद्य सचिव ने यह जानकारी भी दी है कि खाने का तेल सस्ता होने लगा है. जल्दी ही इंडोनेशिया इसका रिव्यू करेगा जिसके बाद तेल के दाम में और गिरावट आएगी. दरअसल, इंडोनेशिया में विश्व में सबसे ज्यादा पाम ऑयल होता है लेकिन इस समय इंडोनेशिया ने ऑयल निर्यात रोक दिया है. हालांकि, इंडोनेशिया इतना ज्यादा पाम ऑयल खपत करने में असमर्थ है. ऐसे में निश्चित ही वह पाम ऑयल का निर्यात करेगा.
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