Apr 14, 2024, 12:04 PM IST

रावण के पेशाब से यहां बन गया था तालाब, आज भी है मौजूद

Nitin Sharma

भारत में कई ऐसी जगहे और मंदिर हैं, जिनका संबंध रामायण और महाभारत से रहा है. 

भगवान शिव और उनके भक्त रावण से जुड़े भी कई प्राचीन मंदिर बताये जाते हैं.

इसी पृथ्वी पर एक ऐसा तालाब है, जिसे बताया जाता है कि वह रावण के पेशाब से भरा हुआ है. यह तालाब झारखंड में वैद्यनाथ मंदिर के पास है.

दरअसल वैद्यनाथ मंदिर में भगवान शिव की प्राचीन शिवलिंग है, कहा जाता है कि इसे रावण लेकर आया था. 

रावण ने भगवान शिव की तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया. भगवान के दर्शन पाते ही उसने शिवलिंग ले जाने की इच्छा जाहिर की.

भगवान शिव ने रावण को शिवलिंग दे दी.साथ ही उन्होंने कहा कि शिवलिंग को जहां भी रखोंगे. यह वहीं पर जम जाएगी.

देवी देवताओं को डर सताने लगा कि रावण भगवान को लंका में ले जाएगा. रावण शिवलिंग लेकर ही निकला था.

भगवान विष्णु बालक के रूप में रावण के रास्ते में पहुंच गये. यहां अचानक ही रावण को लघुशंका लगने लगी. उसने बालक से अनुरोध किया कि शिवलिंग को हाथों में पकड़ लें. मैं वापस आते ही ले लूंगा.

रावण के लघुंशका के लिए जाते ही विष्णु रूपी बालक शिवलिंग को जमीन पर रखकर चला गया. वहीं रावण ने इतना पेशाब किया उस जगह पर तालाब बन गया. 

रावण वापस आया तो उसने देखा कि शिवलिंग जमीन पर रखा है और बालक गायब है. तभी से यहां प्राचीन शिवलिंग आज भी मौजूद है और इसे वैद्यनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)