Feb 21, 2024, 09:04 PM IST

इस Mughal शहजादी ने की थी अकबर से बगावत, बदलने पड़े थे शाही महल के नियम

Smita Mugdha

मुगल शासक बाबर की तीसरी पत्नी से हुई बेटी गुलबदन बेगम इतिहास में अपने साहस और बगावत की वजह से दर्ज हैं. 

बाबर की मौत के बाद हुमायूं और अकबर ने शाही परिवार की महिलाओं और बेटियों के लिए बेहद सख्त कानून लागू किए थे. 

गुलबदन बेगम इन कानूनों से सहमत नहीं थीं और उन्होंने हज पर जाने का फैसला किया और मक्का-मदीना की यात्रा के लिए निकल भी गईं.

भारत में जब मुगल सल्तनत का परचम लहरा रहा था उस वक्त अरब में ऑटोमन साम्राज्य था.

गुलबदन बेगम शाही दस्ते के साथ समुद्री रास्ते से निकलीं, लेकिन पुर्तगालियों की वजह से एक साल तक उनका जहाज सूरत से आगे नहीं बढ़ सका. 

इसके बाद ऊंट पर सवार होक वह तपते रेगिस्तान से सफर कर मक्का-मदीना पहुंचीं. 

मक्का और मदीना की अपनी धार्मिक यात्रा में उन्होंने सोने और चांदी की मुहरें और सिक्के दान में दिए जिसकी खूब चर्चा हुई. 

गुलबदन बेगम की शानो-शौकत देखकर ऑटोमन साम्राज्य घबरा गया और उन्हें वापस लौटने का फरमान दिया. 

हालांकि, इसके बाद भी वह मक्का और मदीना में ही रहीं, लेकिन पांचवें फरमान के बाद अकबर ने उन्हें वापस आने का संदेशा भिजवाया. 

कहते हैं कि दो साल तक सफर में वह की जगहों का भ्रमण करते हुए आखिरकार भारत वापस पहुंची.