Chhath Puja 2023: बिहार में छठ पूजा की छुट्टियों पर बवाल, जानिए क्यों भड़क गए हैं सीएम नीतीश कुमार पर टीचर्स

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 16, 2023, 09:22 PM IST

nitish kumar

Chhath Puja 2023 in Bihar: बिहार में छठ पर्व की अहमियत सबसे ज्यादा मानी जाती है. फिर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने ऐसा कदम उठाया है, जिस पर शिक्षक भड़क गए हैं.

डीएनए हिंदी: Bihar Government Order on Chhath Puja 2023- बिहार में दिवाली से भी ज्यादा अहमियत यदि किसी एक पर्व को दी जाती है तो वो छठ पूजा है. इस त्योहार के लिए बिहार से बाहर काम करने वाले मजदूर से लेकर बड़े अधिकारी तक, सभी अपने घर आने की कोशिश करते हैं. ऐसी अहमियत वाले पर्व को लेकर बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के ताजा आदेश ने हंगामा मचा दिया है. राज्य सरकार ने छठ पूजा पर बिहार के सभी सरकारी टीचर्स की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उन्हें स्कूल आने का आदेश जारी किया है. इससे टीचर्स भड़क गए हैं और उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है. 

13 से 21 नवंबर तक घोषित की थी छुट्टियां

छठ पूजा को बिहार में आस्था का लोक पर्व कहा जाता है. इस बार छठ पर सूर्य को अर्घ्य देकर प्रसन्न करने का काम 19 और 20 नवंबर को होना है. इसके लिए बिहार शिक्षा विभाग ने पहले ही व्यवस्था कर रखी थी. शिक्षा विभाग ने 8 नवंबर को एक सर्कुलर जारी करते हुए सभी स्कूलों में 13 से 21 नवंबर तक सरकारी छुट्टियां रहने की घोषणा की थी. ये छुट्टियां 15 नवंबर को भैया दूज और इसके बाद छठ पूजा (Chhath Puja 2023) के त्योहार को ध्यान में रखकर करने की बात कही गई थी. हालांकि इन छुट्टियों के दौरान भी सभी स्कूलों के प्रिंसिपल और हेडमास्टरों को रोजाना स्कूल में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया था. 

अब कर दी गई हैं सबकी छुट्टियां रद्द

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब राज्य सरकार ने छुट्टी को लेकर नया फरमान जारी किया है. यह फरमान 14 नवंबर को जारी किया गया है, जिस पर बिहार के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के हस्ताक्षर हैं. इस फरमान में छठ पूजा की सरकारी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. आदेश में कहा गया है कि सभी स्कूलों के टीचर्स और नॉन-टीचिंग स्टाफ की छठ की छुट्टियां कैंसिल की जा रही हैं. इन सभी को इस दौरान रोजाना स्कूलों में उपस्थिति दर्ज करानी होगी. हालांकि स्कूलों में बच्चों की छुट्टियां रहेंगी, जिससे शिक्षण कार्य नहीं रहेगा. आदेश में छुट्टियां रद्द करने का कोई कारण भी नहीं बताया गया है.

टीचर बता रहे इसे तुगलकी फरमान

बिहार के टीचर सरकार के इस नए आदेश पर भड़क गए हैं. वे इसे नीतीश सरकार (Nitish Kumar) का तुगलकी फरमान बता रहे हैं. उनका कहना है कि आस्था के लोकपर्व छठ पूजा का सालभर इंतजार किया जाता है. टीचर्स ने भी अपने परिवार के साथ यह त्योहार धूमधाम से मनाने की तैयारी की हुई थी, लेकिन सरकार का तुगलकी फरमान अब इसके आड़े आ गया है. टीचर्स ने इसे लेकर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का भी ऐलान किया है. राज्य सरकार की तरफ से इसे लेकर अब तक कुछ नहीं कहा गया है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.