संजय लीला भंसाली इस वक्त गंगूबाई काठियावाड़ी की रिलीज को लेकर चर्चा में हैं. भंसाली को भारत के सबसे भव्य फिल्मेकर में से एक माना जाता है.
खामोशी, ब्लैक, हम दिल दे चुके सनम से लेकर रामलीला जैसी अवॉर्ड विनिंग फिल्में बनाने वाले संजय लीला भंसाली 24 फरवरी को अपना जन्मदिन मनाते हैं. संजय को बॉलीवुड में भव्य, शानदार कोरियोग्राफी और सुपरहिट फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है. आज स्थिति ऐसी है कि इनकी फिल्म रिलीज से पहले ही चर्चा में रहती है और फैंस मानकर चलते हैं कि फिल्म को कई अवॉर्ड भी मिलेंगे.
1.मां के संघर्ष को नाम में जोड़कर किया सलाम
बॉलीवुड के सफलतम डायरेक्टर में से एक भंसाली की मां का नाम लीला है. संजय ने अपने नाम के साथ मां का नाम उनके संघर्षों को देखकर जोड़ा है. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि बतौर प्रोड्यूसर असफल रहने की वजह से उनके पिता अक्सर शराब में डूबे रहते थे. ऐसे हालात में उनकी मां ने थिएटर में काम किया, जूनिय कॉस्ट्यूम डिजाइनर के तौर पर कपड़े सिले और परिवार का पेट भरा था. मां के संघर्षों ने उनके जीवन पर गहरा असर डाला और इसलिए अपने नाम में मां का नाम जोड़ा है.
2.मनीषा, ऐश्वर्या, दीपिका.,. ने भंसाली की फिल्मों के लिए जीते अवॉर्ड
भंसाली को आज हिट और अवॉर्ड विनिंग फिल्मों की गारंटी यूं ही नहीं माना जाता है. उनकी फिल्मों के लिए अब तक कई स्टार्स अवॉर्ड जीत चुके हैं. मनीषा कोइराला ने खामोशी के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का क्रिटिक्स अवॉर्ड जीता था. रनबीर कपूर ने सावंरिया के लिए डेब्यू अवॉर्ड जीता था. ऐश्वर्या ने देवदास और हम दिल दे चुके सनम के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था. दीपिका और रणवीर सिंह ने रामलीला के लिए अवॉर्ड जीता था. इस लिस्ट में और भी कई नाम हैं.
3.भव्य सेट और आलीशान फिल्में बनाने वाले सिंपल इंसान
संजय लीला भंसाली की पहचान आलीशान और महंगी फिल्में बनाने के लिए हैं. उनकी फिल्मों में सेट के लिए करोड़ों खर्च किए जाते हैं. कॉस्ट्यूम, सेट, लोकेशन सब पर भंसाली खासी मेहनत करते हैं. इसके उलट निजी जिंदगी में वह बहुत सादगी से रहते हैं. अवॉर्ड शो, स्टार्स की पार्टी हो या फंक्शन वह साधारण कुर्ता-पाजामा में भी नजर आ जाते हैं. भंसाली कहते हैं कि बड़ी फिल्में बनाना उनका सपना है लेकिन वह बहुत गरीबी देखकर आगे बढ़े हैं. उन्हें दिखावे पर पैसे खर्च करना पसंद नहीं है.
4.भंसाली की फिल्मों से जुड़े रहे हैं विवाद
भंसाली की फिल्में अक्सर रिलीज से पहले ही विवादों में घिर जाती हैं. गंगूबाई काठियावाड़ी पर भी रिलीज से पहले विवादों का साया मंडरा रहा है. इससे पहले पद्मावत और रामलीला को लेकर भी काफी विवाद हुआ था. देवदास में कहानी में बदलाव करने के लिए भी कुछ लोगों ने उनकी बहुत आलोचना की थी.
5.म्यूजिक कंपोजर और डायरेक्टर भी हैं
भंसाली की फिल्मों की खासियत उनका संगीत, कोरियोग्राफी और सेट होते हैं. इसकी वजह है कि डायरेक्टर होने के साथ ही भंसाली उम्दा कोरियोग्राफर और म्यूजिक कंपोजर भी हैं. अपनी फिल्मों में कोरियोग्राफी और म्यूजिक में वह अपना मौलिक टच भी देते हैं. उनकी सभी फिल्में अपने संगीत के लिए भी खूब सराही गई हैं.