कहानी उस शायर की जिसका नाम आज हर जुबां पर रहता है और उसके शेर कहने के अंदाज का भी ज़माना मुरीद है.
बिखरे हुए बाल और पतले से चेहरे वाला एक शायर आज युवाओं के बीच बेहद पॉपुलर है. जो लोग शायरी नहीं पढ़ते वे भी उसकी शायरी के मुरीद हैं. जो लोग शायरी पढ़ते हैं, पसंद करते हैं. वे ये अफसोस करने से नहीं हिचकते कि उन्होंने पहले इस शायर को क्यों नहीं पढ़ा था. 14 दिसंबर 1931 को इस शायर का जन्म हुआ था. नाम है- John Eliya. जॉन के जन्मदिन के इस खास मौके पर पेश हैं उनके दस सबसे मशहूर शेर और उनकी शायरी मशहूर होने से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से.
1.गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च
गूगल पर जिन उर्दू शायरों को सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है तो उनमें एक नाम जरूर John Eliya का होगा. अगर कोई ऐसा कहे तो इस पर शक नहीं किया जा सकता, क्योंकि युवाओं के बीच उनकी शायरी बेहद लोकप्रिय है. सोशल मीडिया देखने जाएं तो हर तीसरा-चौथा शेर उनका ही होता है.
2.अमरोहा में जन्म
उत्तर प्रदेश के अमरोहा में पैदा हुए John Eliya मशहूर फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही के सबसे छोटे भाई थे. जौन के सभी भाई-बहन या तो पत्रकारिता की दुनिया से जुड़े थे या फिल्मी दुनिया से.
3.बंटवारे के बाद गए पाकिस्तान
भारत पाकिस्तान का बंटवारा होने के बाद John Eliya सन् 1957 में पाकिस्तान के कराची चले गए थे. यहां वह शायरी लिखने के साथ-साथ मशहूर अखबार 'जंग' के संपादक भी रहे.
4.कई भाषाओं का ज्ञान
जॉन को उर्दू के साथ-साथ अरबी, अंग्रेजी, फारसी, संस्कृत और हिब्रू भाषा का भी ज्ञान था. अपने जीवन में अरबी की कई किताबों का उन्होंने उर्दू अनुवाद किया.
5.हिंदुस्तान से करते थे प्रेम
बताया जाता है कि पाकिस्तान में बसने के बाद भी जॉन का हिंदुस्तान के प्रति प्रेम खत्म नहीं हुआ. वह अमरोहा को कभी भूल नहीं पाए. पाकिस्तान बसने के बाद भी वह कई बार अमरोहा आए.
6.1999 में आए थे आखिरी बार अमरोहा
रिपोर्ट्स के मुताबिक आखिरी बार जब वह 1999 में अमरोहा आए तो उनकी उम्र करीब सत्तर साल थी.
7.कैसे हुए युवाओं के बीच पॉपुलर?
कई बार ये सवाल उठता है कि आखिर इतने पुराने समय का ये शायर आज के समय में इतना पॉपुलर कैसे है, क्यों है? इसके कई दिलचस्प जवाब सामने आते हैं.
8.शायरी कहने का अलहदा अंदाज
इनमें से एक है उनका शायरी कहने का अलहदा अंदाज. जिस तरह वह मुशायरों में शायरी पढ़ते थे उसका कोई भी मुरीद हुए बिना नहीं रह सकता. यहीं से उनकी शायरी युवाओं के बीच पॉपुलर होती गई।
9.सन् 2002 में हुआ निधन
आज उनकी शायरी हर युवा की जुबान पर रहती है, ये अलग बात है कि उनकी शायरी सन् 2002 में उनके निधन के बाद इतनी ज्यादा पॉपुलर हुई.
10.हमेशा जिंदा रहेंगे उनके शेर
वह जीते जी तो ये मशहूरी नहीं देख पाए, लेकिन अब जहां भी होंगे जरूर अपने अंदाज में बेहतरीन शायरी कह रहे होंगे.