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बैसाखी मनाने के लिए Pakistan जाएगा भारतीय सिख जत्था

भारतीय सिखों के भिन्न धार्मिक संगठन और मुख्यतः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक कमिटी सिख जत्थे को पाकिस्तान भेजेगी ताकि वे बैसाखी मना सकें

बैसाखी मनाने के लिए Pakistan जाएगा भारतीय सिख जत्था
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रवींद्र सिंह रॉबिन

डीएनए हिंदी : भारतीय सिखों के भिन्न धार्मिक संगठन और मुख्यतः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक कमिटी सिख जत्थे को पाकिस्तान भेजेगी ताकि वे बैसाखी मना सकें क्योंकि पाकिस्तान के हसन अब्दल स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब(Panja Sahib) में बैसाखी का मुख्य उत्सव मनाया जा रहा है.

पाकिस्तान के  Evacuee Trust Property Board (ETPB) के प्रवक्ता आमिर हाशमी के अनुसार ETPB और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (PSGPC) के अधिकारी भारत से आ रहे सिख तीर्थ यात्रियों का वाघा बॉर्डर पर स्वागत करेंगे.

2500 से अधिक भारतीय सिख होंगे शामिल 

 लगभग 2500 से अधिक भारतीय सिख पाकिस्तान(Pakistan) जाने वाले भिन्न जत्थों में शामिल हैं, यह जत्था वहां ख़ालसा साजना दिवस मनाएगा. पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (PSGPC) के अध्यक्ष अमीर सिंह के मुताबिक़ कमिटी ने पाकिस्तान रेलवे से आग्रह किया है कि इन तीर्थयात्रियों के लिए 12 अप्रैल को वाघा रेलवे स्टेशन से लाहौर के ननकाना साहिब(Nankana Sahib) और हसन अब्दल तक ख़ास ट्रेन का इंतज़ाम हो.

 पिछले दिनों पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी(SGPC ) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी से अनुरोध किया था कि व भारत सरकार पर  दवाब बनाएं कि भारत के अटारी से वाघा के लिए ख़ास ट्रेन शुरू हो.

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गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार ने 28 फरवरी 2019 को भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही समझौता एक्सप्रेस का परिचालन बंद कर दिया था क्योंकि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.

सिख तीर्थयात्रियों के कार्यक्रम के बारे में हाशमी का कहना है कि वे भारतीय तीर्थयात्रियों का 12 अप्रैल को वाघा पर स्वागत करेंगे.  उसी दिन तीर्थयात्री पंजा साहिब पहुंचेंगे. पंजा साहिब में 14 अप्रैल को मुख्य उत्सव होगा फिर जत्था ननकाना साहब के लिए निकलेगा जहां वे 15 अप्रैल को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.

16 अप्रैल को गुरुद्वारा साचा सौदा पहुंचेगा

भारतीय जत्था 16 अप्रैल को गुरुद्वारा साचा सौदा(Gurudwara Sacha Sauda) पहुंचेगा, इसके बाद सिख जत्था लाहौर के गुरुद्वारा डेहरा साहब 17 अप्रैल को जाएगा और फिर 18 अप्रैल गुरुद्वारा दरबार साहिब और करतारपुर साहिब के दर्शन 19 अप्रैल को करेगा. जत्था एमिनाबाद के गुरुद्वारा रोहरी साहब पर 20 अप्रैल को शीश नवाएगा. इन सिख तीर्थस्थलों के दर्शन के बाद जत्था 21 अप्रैल को भारत लौट आएगा.

इस मौक़े पर अपना मत प्रकट करते हुए पाकिस्तान हाई कमीशन के आफ़ताब हसन खान ने कहा कि दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन ने 2200 से अधिक सिख तीर्थयात्रियों को वीज़ा इशू किया है ताकि वे पाकिस्तान में 12 से 21 अप्रैल के दरमियान होने वाले वार्षिक उत्सव में शामिल हो सकें. 

यह वीज़ा 1974 में भारत-पाकिस्तान के बीच साइन किए गए पाकिस्तान-भारत प्रोटोकॉल के अनुरूप काम करेगा. दिल्ली के अतिरिक्त अन्य देशों से भी सिख तीर्थयात्री इस उत्सव में शामिल होने आ रहे हैं.

 

Ravinder Singh Robin

 

(लेखक रवींद्र सिंह रॉबिन वरिष्ठ पत्रकार हैं. यह जी मीडिया से जुड़े हैं. राजनीतिक विषयों पर यह विचार रखते हैं.)  

(यहां प्रकाशित विचार लेखक के नितांत निजी विचार हैं. यह आवश्यक नहीं कि डीएनए हिन्दी इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे और आपत्ति के लिए केवल लेखक ज़िम्मेदार है.)

 

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