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रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज आठवां दिन है. दोनों देशों के बीच भीषण जंग चल रही है. कीव, खारकीव और खेरसॉन जैसे शहरों पर रूस कब्जा जमा चुका है.
डीएनए हिंदी: यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच जारी जंग का आज आठवां दिन है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यूक्रेन से रूसी सेना की वापसी का प्रस्ताव पारित किया है. यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत भी गुरुवार को होगी. यूक्रेन की राजधानी कीव में रूस ने बड़ा एयर स्ट्राइक किया है. रूस ने कीव के रक्षा मंत्रालय के पास भी धमाका किया है. वहीं अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के प्रमुख अभियोजक ने यूक्रेन पर आक्रमण के दौरान युद्ध अपराधों के लिए रूस के खिलाफ जांच की घोषणा की है. रूसी सैनिकों ने अब यूक्रेन के बड़े शहरों में से एक खेरसॉन पर भी कब्जा जमा लिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने देश के नागरिकों से अपील की है कि देशवासी रूस के आक्रमणकारियों के खिलाफ लड़ाई लड़ें. पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए हमारे साथ बने रहें और पेज रिफ्रेश करते रहें.
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि रूसी जहाज और रॉकेट ब्लैक सी के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित देश के तीसरे सबसे बड़े शहर ओडेसा के पास पहुंच रही हैं. यूक्रेन ने कहा है कि ब्लैक सी में रूस का एक बड़ा जंगी जहाज पहुंच रहा है. ओडेशा की तट की ओर लगातार जहाज आगे बढ़ रहे हैं.
Ukraine Crisis: यूक्रेन से छात्रों के रेस्क्यू का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, अदालत ने किया अटॉर्नी जनरल को तलब
यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीयों के रेस्क्यू के लिए भारत सरकार ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) चला रही है. छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के लिए वायुसेना भी सामने आ चुकी है. छात्रों की सुरक्षित यूक्रेन से निकासी का मुद्दा अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में एक केस की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल को तलब किया है.
भारतीय छात्रों को बंधक बना रहा है Ukraine? रूस के दावे को भारत ने किया खारिज
रूस (Russia) के आक्रमण के बाद यूक्रेन (Ukraine) में भीषण तबाही मची है. भारतीय छात्र बड़ी संख्या में यूक्रेन में फंसे हुए हैं. रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन भारतीय छात्रों को बंधक बना रहा है. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को रूस के दावों के जवाब में कहा है कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास अपने नागरिकों से लगातार सम्पर्क बनाए हुए है. किसी भी छात्र के बंधक बनाए जाने की रिपोर्ट नहीं मिली है.
यूक्रेन और रूस की जंग भयावह हो गई है. खारकीव पर रूस के भीषण हमले में पूरा शहर तबाह हो चुका है. खारकीव की आबादी 15 लाख है लेकिन स्थितियां भयावह नजर रही हैं. हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है. यूक्रेन ने कहा है कि रूस के हमले में अब तक 2,000 बेगुनाह नागरिकों की जान जा चुकी है.
Russia Ukraine War: रूस आखिर चाहता क्या है? ताबड़तोड़ हमलों के बाद Ukraine के पास क्या बचे रास्ते ?
यूक्रेन (Ukraine) के साथ जारी रूस (Russia) की जंग का फिलहाल कोई समाधान निकलता दिखाई नहीं दे रहा है. नाटो (NATO) को लेकर रूस की 2 मांगें सामने आ रही हैं. पहली ये है कि नाटो का अब और विस्तार ना किया जाए. इसके लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन एक पुख्ता और कानूनी रूप से मजबूत आश्वासन चाहते हैं. पुतिन का तर्क ये भी है कि अगर यूक्रेन नाटो का हिस्सा बनता है तो वह क्रीमिया पर दोबारा कब्जे की कोशिश कर सकता है. पुतिन का मानना है कि पश्चिमी देशों ने 1990 में ये वादा किया था कि पूर्व की ओर नाटो एक इंच भी विस्तार नहीं करेगा, लेकिन इस वादे को तोड़ा गया है. हालांकि यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि पुतिन जिस वक्त की बात कर रहे हैं, उस समय तक सोवियत संघ अस्तित्व में था. फिलहाल नाटो के सदस्य 30 देश हैं और उनकी नीति 'हर किसी के लिए दरवाज़े खुले रखने' की है. ये सभी देश इस नीति से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.
यूक्रेन में रूस के हमले (Russia Ukraine War) के बाद रोमानिया में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर भारतीय वायु सेना (India Air Force) का पहला C-17 ग्लोबमास्टर विमान लौट आया है. इसमें लगभग 200 भारतीय नागरिक सवार थे. एयर फोर्स का C-17 ग्लोबमास्टर विमान अपने होम बेस हिंडन पर लैंड हुआ. यहां रोमानिया से लौटे भारतीयों को केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने रिसीव किया. छात्रों ने विमान से उतरते ही 'भारत माता की जय' के नारे लगाए. कई छात्र-छात्राएं इस दौरान भावुक नजर आए.
रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच बीते 7 दिनों से भीषण जंग जारी है. रूस के हमलों की वजह से यूरोपीय देश लगातार कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं. रूस भारत का अहम रणनीतिक भागीदार भी है. ऐसे में भारत और रूस के बीच एस-400 (S-400) के प्रभावित होने की बात कही जा रही है. रूस, भारत को एस-400 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम दे रहा है. अहम सवाल यह है कि क्या यह डील पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों की वजह से प्रभावित होगी?