Mar 1, 2024, 02:16 PM IST

मां-बाप को पड़ते थे ताने, बेटी ने DSP बनकर दिया मुंहतोड़ जवाब

Kavita Mishra

कई बार माता-पिता अपनी लड़कियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं लेकिन उनके आसपास के लोग ताना मारते हैं. 

आज हम आपको एक ऐसी ही महिला अफसर की स्टोरी बताने जा रहे हैं, जिनके माता-पिता को अक्सर ही ताने मारे जाते थे लेकिन अब उन्होंने DSP बनकर सबको को मुंहतोड़ जवाब दिया. 

हम बात कर रहे हैं, DSP ऋषिका सिंह की. वह उत्‍तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली हैं और अपने माता-पिता की अकेली संतान हैं. 

जब ऋषिका सिंह ने दिल्‍ली से यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया तो रिश्‍तेदारों, परिचितों ने उनके पेरेंट्स को खूब नसीहतें ही थी.

किसी ने कहा कि इकलौती संतान है, जल्‍दी से ब्‍याह शादी कर दो तो किसी ने कहा कि बेटी की पढ़ाई पर पैसे मत बर्बाद करो लेकिन उनके माता-पिता ने किसी की नहीं सुनी. 

उन्होंने लखनऊ के ही एक कॉलेज से उन्‍होंने कॉमर्स से 12वीं की परीक्षा पास की. उसके बाद डीयू के दौलतराम कॉलेज से बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई की.

उन्होंने सिविल सर्विसेज में जाने का मन बनाया और तैयारी शुरू कर दी. ऋषिका कहती हैं कि यूपीएससी के बारे में उन्हें अपने दोस्तों और परिवार वालों से पता चला था.

ऋषिका ने सबसे पहले वर्ष 2019 में यूपीएससी की परीक्षा दी लेकिन इस परीक्षा में प्रिलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाई, जिससे काफी निराशा हुई. हर साल वह यूपीएससी के साथ-साथ यूपी पीसीएस की परीक्षाएं भी देती रहीं लेकिन तीनों साल इन परीक्षाओं में भी असफल रहीं.

 असफलता के बाद वह 2021 में दिल्ली से लखनऊ लौट आईं. उन्‍होंने परीक्षा के दिनों में 14 घंटे तक पढ़ाई की आखिरकार वर्ष 2022 में यूपी पीएससी  में 80वीं रैंक हासिल की.