Feb 21, 2025, 01:26 PM IST

सुंदरता पर घमंड करने पर  युधिष्ठिर ने दी थी द्रौपदी को यह जरूरी सीख

Smita Mugdha

धर्मराज युधिष्ठिर ने पांडव भाइयों और द्रौपदी को स्वर्ग के लिए जाते हुए रास्ते में धर्म और जीवन से जुड़ी शिक्षाएं दी थीं. 

स्वर्ग के रास्ते में जब नकुल गिर गए, तो धर्मराज ने बताया कि नकुल को अपनी सुंदरता पर घमंड था इसलिए वह गिर गए. 

युधिष्ठिर ने यह भी कहा था कि नकुल की ही तरह द्रौपदी को भी अपने सुंदर और गुणी होने का अहंकार था.

शारीरिक सुंदरता पर घमंड करनेवालों के बारे में धर्मराज युधिष्ठिर ने बहुत पते की बात कही थी जिसे आज भी प्रासंगिक माना जाता है. 

युधिष्ठिर ने कहा था कि शारीरिक सुंदरता और रूप पर घमंड करनेवाले लोग अज्ञानी होते हैं . 

धर्मराज ने कहा था कि शरीर नश्वर है और इसी तरह सुंदरता भी उम्र और समय के साथ खत्म हो जाती है. 

युधिष्ठिर ने कहा था कि सुंदरता पर अहंकार अज्ञानता है, क्योंकि रूप-रंग ईश्वर से मिलता है जिसमें  व्यक्ति का योगदान नहीं होता. 

धर्मराज ने कहा था कि अहंकार धन, बुद्धि, ज्ञान, रूप या किसी भी चीज का नहीं होना चाहिए क्योंकि यह सत्य से दूर जाना है. 

युधिष्ठिर ने पांडवों को दी शिक्षा में कहा था कि हर व्यक्ति को रूप सौंदर्य के बजाय सत्कर्मों के लिए प्रयास करना चाहिए.