Jan 18, 2025, 02:46 PM IST

महाकुंभ के शाही और अमृत स्नान में क्या है अंतर

Nitin Sharma

महाकुंभ के बीच आपने शाही स्नान और अमृत स्नान सुने होंगे. इस बार 45 दिनों तक लग रहे महाकुंभ में 6 स्नान पड़ रहे हैं. 

इसमें अमृत स्नान और शाही स्नान को लेकर लोग असमंजस में हैं. ज्यादातर लोग जानना चाहते हैं कि आखिर इनमें क्या फर्क है. 

अगर आप भी कुंभ स्नान के लिए संगम तट पर कल्पवास कर रहे या जाने वाले हैं तो कुछ बातों का स्नान से पहले ध्यान जरूर दें.

महाकुंभ संगम तट पर लगा है और ठंड अपने चरम पर है और पानी और हवा के साथ शरीर को गर्म रखने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.

दरअसल पहले अमृत स्नान को शाही स्नान कहा जाता था. इस बार इसे अमृत स्नान नाम दिया गया. 

जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने इसके पीछे की वजह बताई  है. 

उन्होंने कहा कि अमृत स्नान का अर्थ है वृष राशि में बृहस्पति का प्रवेश और मकर राशि में सूर्य और चंद्र का एक साथ आगमन होना है. 

जब यह संयोग 12 साल बाद बनता है, तो इसे अमृत योग कहा जाता है.

इस योग में स्नान करने पर अमृत जैसा फल प्राप्त होता है. इसमें पुण्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है.