Jan 22, 2025, 03:50 PM IST

दुर्योधन और दुशासन को चीरहरण के वक्त द्रौपदी ने क्या कहा था?

Smita Mugdha

महाभारत की कथा में द्रौपदी का किरदार महत्वपूर्ण है और इस महायुद्ध की शुरुआत के बीज भी उनसे ही जुड़े हैं. 

दुर्योधन को द्रौपदी के स्वयंवर में अर्जुन को मिली जीत और अर्जुन से द्रौपदी के प्रेम से काफी ईर्ष्या होती थी.

जुए में सब कुछ गंवाने के बाद पांडवों ने द्रौपदी को भी दांव पर लगाया था और फिर चीरहरण का प्रसंग हुआ. 

दुर्योधन का छोटा भाई दुशासन जब उसे घसीटते हुए सभा में ले जा रहा था तब द्रौपदी ने अपने देवर से गुहार लगाई थी. 

द्रौपदी ने रिश्ते और कुल की मान मर्यादा की गुहार लगाने के साथ कहा था कि उन्होंने अभी ऋतु स्नान नहीं किया है. 

ऋतु स्नान हर महीने मासिक धर्म (पीरियड्स) के आखिरी दिन महिलाएं करती हैं और उस दिन सिर के बाल धुले जाते हैं. 

ऋतु स्नान हर महीने मासिक धर्म (पीरियड्स) के आखिरी दिन महिलाएं करती हैं और उस दिन सिर के बाल धुले जाते हैं. 

द्रौपदी ने दुर्योधन और दुशासन को क्रोध में कहा था कि कौरव कुल उनके अपमान की आग में जलकर भस्म हो जाएगा. 

वनवास के लिए जाते हुए भी द्रौपदी ने संकल्प लिया था दुर्योधन के खून से अपने बाल धोकर अपमान का बदला लेंगी.