Sep 15, 2024, 11:54 PM IST
दुर्गुणों की खान शकुनि के इन गुणों को नहीं किया जा सकता अनदेखा
Smita Mugdha
महाभारत की कथा में शकुनि को सबसे दुष्ट और क्रूर किरदार के तौर पर माना जाता है.
महाभारत की कहानी में शकुनि को बुराई के प्रतीक के तौर पर पेश किया जाता है जिसमें कई दुर्गुण थे.
शकुनि में ईर्ष्या, कटुता, कुटिलता जैसे दुर्गुण थे और उसने हमेशा अपने भांजों को पांडवों के विरुद्ध भड़काया था.
इसके बावजूद भी उसके व्यक्तित्व के कुछ पहलू ऐसे भी थे जिसे पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
दुर्गुणों की खान शकुनि में कुछ अच्छे गुण भी थे जो उसके बुरे कामों की वजह से कभी चर्चा में नहीं आ सके.
शकुनि अपनी बहन और पिता से बहुत प्यार करता था और उनके अपमान का बदला लेने के लिए उसने षड्यंत्र किए थे.
शकुनि बुद्धि से बेहद तीक्ष्ण था और यही वजह है कि उसने चौसर के खेल में अद्भुत दक्षता हासिल कर ली थी.
शकुनि एक वीर योद्धा था और उसे युद्ध नीति और कौशल की जानकारी थी. चक्रव्यूह में कौरव पक्ष के योद्धाओं में वह भी था.
शकुनि का सबसे बड़ा गुण है प्रायश्चित करना. महाभारत के बाद प्रायश्चित के लिए उसने विष्णुदेव की तपस्या की थी.
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