Feb 28, 2024, 07:57 AM IST

जानें क्या है श्रीमद्भागवत गीता पाठ के नियम और लाभ

Nitin Sharma

श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण के अर्जुन को दिए गए उपदेश संग्रृहित हैं.

श्रीमद्भागवत महाग्रंथ में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं. इसमें आत्मा, परमात्मा, भक्ति, कर्म, जीवन का वर्णन किया गया है. 

गीता से ज्ञान मिलता है कि व्यक्ति को अपने कर्मों पर ध्यान देना चाहिए. कर्मों का फल एक दिन जरूर मिलता है.

गीता से जीवन को समझने और जीवन के कठिन प्रश्नों के हल खोजने में मदद मिलती है. आइए जानते हैं गीता पढ़ने से क्या लाभ होता है और इसे पढ़ने के क्या नियम हैं.

हर दिन नियमित रूप से गीता का पाठ करने पर व्यक्ति के स्वभाव में बदलाव होता है. इस पर अच्छा असर पड़ने के साथ ही सकारात्मकता आती है. मन शांत रहता है. 

जिन लोगों को बहुत जल्दी गुस्सा आता है. उन्हें गीता का पाठ जरूर करना चाहिए. इससे व्यक्ति का क्रोध, लालच और मोह दूर हो जाता है. जीवन में शांति आती है.

गीता का पाठ नियमित रूप से सुबह के समय स्नान के बाद करना चाहिए. इस समय दिमाग शांत रहता है और पॉजिटिव एनर्जी से भरा रहता है. 

गीता का पाठ करने के दौरान बोलना नहीं चाहिए. बेहद ध्यान लगाकर इसका पाठ करना चाहिए. आधे मन से किए गया पाठ पूर्ण नहीं होता है. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.