Sep 14, 2024, 12:50 PM IST
प्रेमानंद महाराज ने बताया, ऐसे जाने कि भगवान के शरण में हैं हम
Nitin Sharma
वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज दिनभर राधेरानी का जप और सत्संग करते हैं. उनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं.
प्रेमानंद जी महाराज के सत्संग में भक्त उनसे भक्तिमार्ग से संबंधित सवाल पूछते हैं.
भक्ति से जुड़ा एक सवाल भक्त ने प्रेमानंद जी महाराज से पूछा कि हम कैसे जानेंगे कि भगवान की शरण में हैं.
इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि प्रभु की शरणागति 3 तरह की होती है. एक वचन की, दूसरी शरीर की और तीसरी मन की होती है.
महाराज जी ने बताया हमाने मन में जो संकल्प विकल्प भोग विलासिता के होते हैं. मन को हम भगवान की चिंतन में लगाते हैं.
दूसरा होता है निष्काम भाव में कहते हैं कि शरीर से, वाणी से और मन से सकाम भाव का त्याग करके निष्काम भाव से आपकी शरण में स्वयं हूं.
महाराज जी ने कहा कि तीसरा है भगवान के प्रतिकूल कोई आचरण, कोई वचन विचार से लेकर संकल्प विकल्प न होना.
वो आगे कहते हैं कि जब भगवान की शरण में मन लगता है कि अनुभव होता है मैं मनवचन, कर्म से प्रभु की शरण में हूं.
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं खूब नाम जाप करें.
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