Apr 22, 2024, 06:30 AM IST

कोई सीए तो कोई इंजीनियरिंग छोड़ बन गया प्रेमानंद महाराज का शिष्य

Ritu Singh

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के प्रवचन और उनके सानिध्य का असर ऐसा है कि यहां आकर हर किसी का दुख और दर्द दूर हो जाता है. महाराज के एक दर्शन के लिए लोग आधी रात से ही वृंदावन की सड़कों पर उतर आते हैं. 

अपने शिष्यों के साथ  प्रेमानंद महाराज रोज ही वृंदावन की पैदल परिक्रमा करते हैं और उसके बाद ईश्वर के भक्तों को सही राह के लिए प्रवचन भी करते हैं. क्या आपको पता है कि महाराज के आस पास नजर आने वाले ये शिष्य भी कभी भक्त बन उनके दर्शन को आए थे.

ये भक्त बाबा के इतने मुरीद हुए की किसी ने अपने सीए तो किसी ने अपने इंजीनियरिंग की लाखों का पैकेज छोड़ दिया और बाबा के शिष्य बनकर अध्यात्म की राह चल पड़े हैं, तो चलिए आज आपको कुछ ऐसे ही महाराज के शिष्यों से मिलवाएं

अलबेलीशरण बाबा- दिल्ली के रहने वाले हैं अलबेलीशरण बाबा एक समय सीए की नौकरी करते थे लेकिन महाराज के शरण में आते ही उन्होंने सांसरिक जीवन त्याग दिया और राधा भक्त बन गए.

आनंद प्रसाद बाबा-दिल्ली के रहने वाले हैं आनंदप्रसाद प्रेमानंद महाराज कभी फुटवियर्स के बिजनेस से जुड़े थे और अब वह बाबा के प्रिय शिष्यों में शुमार हैं

महामाधुरी बाबा-आप भी अपने बिजनेस को छोड़कर प्रेमानंद महाराज के शिष्य बन गए.

श्याम सुखदानी बाबा- इंजीनियरिंग के बाद बैंगलोर-गुड़गांव में जॉब करने वाले श्याम सुखदानी बाबा ने अपना जीवन प्रेमानंद महाराज और राधारानी की सेवा में लगा दिया है.

नवल नागरी बाबा-पठानकोट के आर्मीमैन थे और वह भी महाराज के प्रवचन सुनकर इतने भक्ति में रम गए कि उन्होंने साधू बनने का निर्णय ले लिया.