May 28, 2024, 10:33 AM IST

चीरहरण रोकने के लिए कृष्ण ने द्रौपदी के पुकारने का इंतजार क्यों किया था?

Ritu Singh

द्रौपदी को जुए में हारने के बाद दुशासन जब राजभवन में अपनी भाभी को खींचते हुए लाया था.

तब भी कृष्ण को पता था और जब द्रौपदी का चीरहरण हो रहा था. तब भी कृष्ण चाहते तो बचा सकते थे, लेकिन

कृष्ण ने ऐसा तब तक नहीं किया जब तक द्रौपदी ने उन्हें पुकारा नहीं था.

 उद्धव भागवत में जब उद्धव ने कृष्ण से पूछा कि आखिर उन्होंने चीरहरण तभी क्यों रोका जब द्रोपदी ने पुकारा था. 

तब कृष्ण ने बताया था कि पांडवों ने उन्हें सभाकक्ष में आने से मना किया था क्योंकि वह उनसे छुप कर जुआ खेलना चाहते थे.

इसी कारण वह सभाकक्ष से बाहर थे और वचन के अनुसार जब तक उनको सभाकक्ष में कोई आने के लिए पुकारता नहीं वह नहीं जा सकते थे.

और जब द्रौपदी भी जब खुद से लड़ते हुए हारने लगीं तो उन्हें पुकारा तो वह सभाकक्ष में आ सके और तब उन्होंने द्रौपदी का चीरहरण रोका था.