Apr 19, 2024, 11:08 PM IST

दानवीर कर्ण का अंतिम दान क्या था?

Nitin Sharma

महाभारत में कौरवों और पांडवों के साथ कर्ण का भी कई जगह वर्णन किया गया है. कर्ण  कुंती का ही पुत्र था. कुंती ने शादी से पहले उसे जन्म दिया था.

कर्ण एक बड़ा योद्धा होने के साथ ही सबसे बड़ा दानवीर भी था. 

कर्ण से जब भी कोई कुछ मांगता था. वह उसे खाली हाथ नहीं जाने देता था. 

कर्ण के दानवीर राजा होने की वजह से भगवान कृष्ण ने उसके अंतिम समय में दान की परीक्षा ली.

भगवान श्रीकृष्ण ने कर्ण के अंतिम समय में उससे दान मांगा. उस समय उसके पास देने के लिए कोई अन्य वस्तु नहीं थी. इस पर कर्ण ने अपने सोने के दांत तोड़कर श्रीकृष्ण को दे दिये.

कर्ण की इस दानवीरता को देखकर श्रीकृष्ण प्रसन्न हुए, उन्होंने कर्ण से वरदान मांगने के लिए कहा, तब कर्ण ने अपने वर्ग के लोगों का कल्याण करने का वरदान मांगा.

तीसरे वरदान में कर्ण ने कहा कि उसका अंतिम संस्कार कोई ऐसा व्यक्ति करें, जो पाप मुक्त हो. इसीलिए कर्ण का अंतिम संस्कार श्रीकृष्ण ने किया था.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)