Apr 17, 2024, 12:10 PM IST

इस मंदिर में आज भी मौजूद हैं बजरंगबली के पैरों के निशान 

Puneet Jain

मान्यता है कि शिमला के जाखू मंदिर में आज भी बजरंगबली के पैरों के निशान मौजूद हैं. 

रामायण काल में युद्ध के दौरान लक्ष्मण मूर्छित अवस्था में थे. 

तब उन्होंने जाखू पर्वत पर मौजूद यक्ष ऋषि से संजीवनी बूटी के बारे में जानकारी ली.

उनकी औषधि के लिए संजीवनी बूटी लेने की तलाश में बजरंगबली हिमालय की ओर जाते हैं. 

उन्होंने ऋषि को वचन दिया की वह वापस लौटते समय उनसे मिलते हुए जाएंगे.

इस दौरान उनके पैरों के निशान छप जाते हैं और आज भी संगमरमर से बने उनके पदचिन्ह वहां मौजूद हैं. 

जाखू मंदिर के पास बड़ी संख्या में बंदर रहते हैं. मान्यता है कि यह सभी रामायण काल में बजरंगबली की सेना में मौजूद वानरों के वंशज हैं. 

मंदिर को लेकर मान्यता है कि बजरंगबली की प्रतिमा के दर्शन मात्र से ही लोगों की मनोकामना पूरी हो जाती है.

इस मंदिर के बाहर बजरंगबली की 108 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.