दिमाग से टेंशन नहीं निकल पाती तो प्रेमानंद महाराज से लें सीख
Meena Prajapati
प्रेमानंद महाराज एक प्रसिद्ध महाराज हैं. लोग उनके सत्संग में शामिल होने दूर-दूर से आते हैं.
एक भक्त ने उनसे पूछा कि बाबा दिमाग से टेंशन नहीं निकल पाती, क्या करूं?
इस सवाल के जवाब में बाबा ने बहुत सुंदर विचार कहे.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि अगर दिमाग खाली हो तो गंदगी ही भरेगी, इसलिए भगवान का चिंतन जरूरी है.
अगर हमारे दिमाग में भगवती का चिंतन है, भगवान का चिंतन है तो हम चिंता को दो मिनट में डिलीट कर देंगे.
विवेक तो वही है कि एक क्षण में द्वेष को नष्ट कर दो और आनंदपूर्वक भगवत चिंतन में लगो.
आध्यात्म के बिना आप इन नेगेटिव भावों को रोक नहीं सकते. कितनी भी भारी चिंता हो उसे हम भगवान के चिंतन से नष्ट कर सकते हैं.
जो व्यक्ति हमें बुरा कहे तो सोचें कि मेरे ही किसी पाप का दंड मुझे मिल रहा है. ये बेचारा तो निर्दोष है. इसे तो निमित्त बनाया जा रहा है. बड़े धन्य हो भगवान, जो मेरे किए हुए कर्म का दंड देकर हमें पवित्र कर रहे हो.
जब भगवान का नाम जपते हैं तो विवेक जागृत होता है और विवेक एक मिनट में चिंता को हटा देता है.