Mar 18, 2025, 09:55 PM IST

इस मंदिर के आगे नतमस्तक हो गया था हिंदू विरोधी औरंगजेब

Meena Prajapati

औरंगजेब एक क्रूर और हिंदू विरोधी मुगल शासक माना जाता था. उसने कई मंदिरों को तुड़वाने का फरमान जारी किया था. 

ऐसे ही एक अभियान के दौरान उसकी सेना सोमेश्वर महादेव मंदिर पहुंची, लेकिन यहां पर भगवान शिव के चमत्कार को देख वह नतमस्तक हो गया. 

उसने मंदिर को तोड़ने का फैसला टाल दिया और एक बडी जागीर मंदिर के रख-रखाव के लिए दान में दे दी. इसका उल्लेख मंदिर के बाहर लगे एक धर्मदंड और फरमान में भी है.

सोमेश्वर महादेव मंदिर में हनुमान प्रतिमा के सामने एक धर्मदंड है. एक शिला के रूप में स्थापित इस धर्मदंड में संवत् 1674 के श्रावण मास में औरंगजेब की ओर से मंदिर को जागीर दिए जाने का उल्लेख है. 

लेकिन रोजाना सिंदूर का लेप होने के कारण यह लेख स्पष्ट दिखाई नहीं दिखाई देता. सोमेश्वर मंदिर से जुड़ी रोचक जानकारियां यहां जानें. 

भारत के प्रयागराज में स्थित सोमेश्वर मंदिर प्रमुख शिवालयों में माना जाता है. पद्मपुराण के अनुसार इस मंदिर की स्थापना चंद्रदेव ने की थी.

भारत के प्राचीन शिव मंदिरों में से एक सोमेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास बेहद रोचक और रहस्यमयी है. सोमेश्वर महादेव मंदिर को सदियों पुराना माना जाता है. कहा जाता है कि इस मंदिर की दिव्यता और शक्ति के कारण कई आक्रमणकारी भी इसे नष्ट नहीं कर पाए.

इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग को अत्यंत शक्तिशाली और चमत्कारी माना जाता है. श्रद्धालुओं का विश्वास है कि यहां पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

 मंदिर की प्राचीन वास्तुकला इसे ऐतिहासिक धरोहर बनाती है. इसकी नक्काशी, स्तंभ और धार्मिक शिलालेख मंदिर की भव्यता को दर्शाते हैं.