अक्सर आपने देखा होगा कि छिपकली अपनी पूंछ को शरीर से अलग कर लेती है.
ऐसे में आइए यहां जानते हैं कि छिपकली अपनी पूंछ को अलग क्यों करती है.
छिपकलियों के लिए अपनी पूंछ को हटाना आत्मरक्षा का प्रभावी तरीका है. जब कोई छिपकली पर हमला करता है या उसे पकड़ने की कोशिश करता है, तो वह अपनी पूंछ को झटके से शरीर से दूर कर देती है.
इस प्रक्रिया को ऑटोटॉमी कहते हैं. इसमें जानवर खुद से अपने शरीर के किसी भी हिस्से को अलग कर सकता है.
छिपकली की पूंछ के जॉइंट विशेष रूप से कमजोर होते हैं, जहां यह आसानी से टूट सकती है.
पूंछ के टूटने पर बहुत कम बलीडिंग होती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि टूटे हुए जोड़ पर ब्लड वेसल्स तुरंत सिकुड़ जाती हैं, जिससे खून का बेहना रुक जाता है.
छिपकली की सबसे कमाल की क्षमताओं में से एक है अपनी पूंछ को फिर से उगाने की क्षमता.
छिपकली अपनी पूंछ तभी छोड़ती है जब उसे लगता है कि उसकी जान को बहुत खतरा है और बचने का कोई और रास्ता नहीं है.
Disclaimer: हमारा लेख केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है, डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.