May 4, 2024, 01:01 PM IST

विकास दिव्यकीर्ति को क्यों बेचना पड़ा था घर-घर जाकर कैलकुलेटर?

Ritu Singh

विकास दिव्यकीर्ति आज कई युवाओं के आइडियल हैं और कई युवाओं को यूपीएसई की कोचिंग देकर उनका भविष्य बना रहे हैं.

कभी वह घर-घर जाकर कैल्कुलेटर बेचा करते थे. यूपीएसई की कोचिंग क्लास में वह स्टूडेंट्स को अपनी ईमोशनल स्टाेरी का जिक्र करते हैं कि... 

जिस उम्र में आप बहुत मस्ती करते है, मैंने उस उम्र में कैल्कुलेटर बेचे हैं वह भी डोर टू डोर.

वह बताते हैं कि वह बिज़नेस फैमिली से नहीं हैं और बिज़नेस फैमिली से बच्चों को 17 मैं काम पर लगा देते हैं.

लेकिन वह नौकरी पेशा परिवार से थे और कुछ समस्याएं थी इसलिए सेल्समैन बनकर घर घर में जाके कैलकुलेटर बेचना पड़ता था.

लोग उनका मजाक भी उड़ाते थे और हताशा भी करते थे लेकिन वह 17 की उम्र से खुद का खर्च उठाना शुरू कर दिए थे. क्योंकि घर में दिक्कत थी.

विकास कहते हैं कि आपकी जिंदगी  दुनिया के करोड़ों-अरबों लोगों से बेहतर? कुछ एक रो से खराब केवल उन कुछ पर मत ध्यान दीजिए. 

बेहतर करेंगे तो बेहतर ही होगा, किसी पर बोझ न बने बल्कि सहारा बनने का जज्बा पैदा करें.