Jun 20, 2025, 01:38 PM IST

 पैसा, पत्नी या खुद- मुसीबत में किसकी रक्षा करनी चाहिए?  

Ritu Singh

धन और पत्नी दोनों ही मनुष्य के जीवन में महत्वपूर्ण चीजें हैं. लेकिन अगर आपको इनमें से किसी एक को चुनना हो तो? आप किसे चुनेंगे.  

इन 3 में आपको किस चीज को प्राथमिकता देनी चाहिए यह चाणक्य नीति में बताया गया है.

अक्सर ऐसी परिस्थिति आती है जब दो महत्वपूर्ण चीजें होती हैं लेकिन एक को चुनना पड़ता है. अब अगर वो दो चीजें धन या संपत्ति और पत्नी हों तो क्या होगा?   

चलिए इसका इसका जवाब आचार्य चाणक्य की नीति से जानें.

'अदारथा धन रक्षेदन तथा रक्षेद्धा नैरापि'  इस सूत्र में चाणक्य ने बताया है कि जीवन का ये सार. 

संकट के समय धन बहुत आवश्यक है. संकट के समय यही एक ऐसी चीज है जो काम आती है. 

लेकिन धन से ज़्यादा अपनी पत्नी की रक्षा करनी चाहिए. अगर धन और पत्नी में से किसी एक को चुनना पड़े तो पत्नी को चुनना चाहिए. पत्नी धन से ज़्यादा महत्वपूर्ण है. लेकिन... 

लेकिन जब आत्मरक्षा का समय आए तो व्यक्ति को अपनी रक्षा स्वयं करनी चाहिए. उसे अपनी संपत्ति और पत्नी दोनों का त्याग करना चाहिए.   

क्योंकि जब वह अपनी रक्षा करेगा तभी वह अपनी पत्नी और धन की रक्षा कर सकेगा और उनकी भी रक्षा कर सकेगा.