Jan 13, 2025, 10:55 PM IST
शरीर को हेल्दी और निरोगी रखने के लिए कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां का इस्तेमाल खूब होता है. प्रकृति से मिली कई चीजें सेहत के लिए वरदान साबित होती हैं.
इन्हीं में से एक है शिलाजीत, जिसे 'पहाड़ का पसीना' भी कहा जाता है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक शिलाजीत तासीर गर्म होती है, जो सेहत के लिहाज से बहुत ही लाभकारी माना जाता है.
कहा जाता है सबसे शुद्ध शिलाजीत भारत और नेपाल के बीच हिमालय के पहाड़ों में उचे पर्वतों के चट्टानों के बीच मिलता है, जो स्वाद में कसैला होता है.
हालांकि शिलाजीत अफगानिस्तान, तिब्बत, रूस और उत्तरी चिली में भी पाया जाता है, जिसे चट्टानों से निकालना काफी ज्यादा जोखिम भरा होता है.
आमतौर पर इसे ढूढ़ने में कई-कई दिन लग जाते हैं. इसके लिए खास हुनर चाहिए होता है, जो बस शिलाजीत का व्यापार करने वाले व्यापारियों में ही होता है.
शिलाजीत पित्त, कफ-पित्त, वात, कफ जन्य रोगों में काफी फायदेमंद है, इसका सेवन आमतौर पर दूध में घोलकर किया जाता है.
यह शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ता है. इसके अलावा जोड़ों के दर्द को दूर करने, सेक्सुअल स्टेमिना बढ़ाने और एनीमिया व गैस्ट्रिक अल्सर जैसी समस्याओं में फायदेमंद होता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर्स से संपर्क करें.)