May 28, 2025, 03:07 PM IST

बॉडी शेमिंग करने वाले क्या मेंटली सिक होते हैं? 

Ritu Singh

बॉडी शेमिंग करना बेहद ही घटिया हरकत मानी जाती है और ऐसे लोग....

मानसिक रूप से अस्वस्थ माने जाते हैं. मनोवैज्ञानिक कहते हैं बॉडी शेमिंग या किसी भी नकारत्मक टिप्पड़ी को करने वालों का दिमाग में ऐसे कैमिकल क्रिएट होते हैं कि....

वो किसी के बारे में क्या कह रहे हैं या कर रहे हैं उसकी परवाह नहीं करते. उनका निगेटिव दिमाग उन्हें ऐसा कराता है.

बॉडी शेमिंग करने वालों की मानसिकता अक्सर निम्नलिखित कारकों से जुड़ी होती है:

ऐसे लोग अपनी खुद की शारीरिक बनावट से असंतुष्ट हो सकते हैं और दूसरों को नीचा दिखाकर अपनी असुरक्षा को दूर करने की कोशिश करते हैं.

सामाजिक दबाव और सौंदर्य मानक: समाज में प्रचलित सौंदर्य मानकों को लेकर उनकी अपेक्षाएं और दबाव उन्हें दूसरों की शारीरिक बनावट पर टिप्पणी करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं.

वे अपनी नकारात्मक आत्म-छवि को दूसरों पर प्रोजेक्ट करते हैं और उनकी शारीरिक बनावट की आलोचना करके खुद को बेहतर महसूस करते हैं.

बॉडी शेमिंग करने वाले लोग दूसरों को नीचा दिखाकर अपने आत्मसम्मान को बढ़ाने और नियंत्रण की भावना प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं.

कुछ मामलों में, वे अपने आसपास के वातावरण से सीखते हैं और बिना सोचे-समझे दूसरों की शारीरिक बनावट पर टिप्पणी कर सकते हैं. 

बॉडी शेमिंग एक अपराध है और ऐसा कर के आप न केवल कानून गलत करते हैं बल्कि किसी की मानसिक कष्ट का कारण भी बनते हैं. 

 टॉरेट सिंड्रोम और पर्सनालिटी डिसॉडर जैसी मानसिक बीमारी में भी इंसान बॉडी शेमिंग करने लगता है.