Apr 23, 2025, 11:03 PM IST
क्या है गुलाब जामुन और काले रसगुल्ले में अंतर
Kuldeep Panwar
भारत के अधिकतर इलाकों में काला जामुन और गुलाब जामुन को दो अलग-अलग मिठाई मानने के बजाय उन्हें एक ही मिठाई समझते हैं.
आपको बहुत सारे लोग मिल जाएंगे, जो काला जामुन को ही गुलाब जामुन या गुलाब जामुन को ही काला जामुन कहकर पुकारते दिखाई दे जाएंगे.
भारत के अधिकतर इलाकों में काला जामुन और गुलाब जामुन को आम बोलचाल की भाषा में लोग काला रसगुल्ला कहकर काम चलाते हैं.
चलिए आज हम आपको गुलाब जामुन और काला जामुन मिठाइयों के बीच के वो अंतर बताएंगे, जिनसे आपको पता लगेगा कि ये अलग-अलग हैं.
काला जामुन चीनी के कैरामेलाइज होने के कारण गहरे काले रंग का होता है. यह गुलाब जामुन से थोड़ा अलग है, जो सुनहरे या भूरे रंग का होता है.
गुलाब जामुन रस से भरा हुआ होता है. इसे चीनी की चाशनी में ही रखा जाता है. काला जामुन अंदर से सूखा होता है. इसे चाशनी में नहीं रखते.
काला जामुन हो या गुलाब जामुन, दोनों खोया और मैदा से बनती हैं, लेकिन काला जामुन के बैटर में चीनी मिलाते हैं, जो कैरामेलाइज होती है.
काला जामुन को बनाते समय इसके काला और सख्त होने तक सिकाई की जाती है, जबकि गुलाब जामुन को सिर्फ भूरा रंग होने तक ही सेकते हैं.
गुलाब जामुन को आमतौर पर तेज गर्म या गुनगुना करके खाने के लिए परोसा जाता है, जबकि काला जाम को कमरे के तापमान पर खाते हैं.
गुलाब जामुन की चाशनी पतली होती है, जिससे वह मिठाई में भर सके. काला जामुन की चाशनी गाढ़ी होती है, जो ठंडी होने पर शक्कर बन जाती है.
काला जामुन के अंदर ड्राई फ्रूट्स भरे जाते हैं. इसके चलते भी ये सख्त होते हैं. इसके उलट गुलाब जामुन के बीचोंबीच बादाम का टुकड़ा रखते हैं.
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