भारत में शराब पीने से पहले जमीन पर दो बूंद छींटे मारने जैसी अजब-गजब परंपराएं और मिथक हैं. वोदका को लेकर भी एक बात पॉपुलर है.
भले ही हॉलीवुड फिल्मों में 'जेम्स बॉन्ड' केवल वोदका ही पीता है, लेकिन भारत में इसे पीने पर पुरुष की मर्दानगी खत्म होने का दावा करते हैं.
दावा कि वोदका केवल महिलाओं का ड्रिंक है, क्योंकि इसे पीने से पुरुष के शरीर में स्पर्म घटने लगते हैं और प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है.
वोदका पीने से क्या सच में शरीर की मर्दानगी यानी प्रजनन क्षमता खत्म हो जाती है? इसे लेकर चलिए जानते हैं कि मेडिकल रिसर्च क्या कहती है.
डॉक्टरों का मानना है कि शराब चाहे वोदका हो या व्हिस्की उसका ज्यादा सेवन करना पुरुषों की फर्टिलिटी पॉवर को प्रभावित करता है.
ज्यादा शराब पीने से पुरुषों के शरीर में मेल हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन का स्तर कम होता है, जिससे नया स्पर्म बनना धीरे-धीरे कम हो जाता है.
द गार्जियन में छपी एक रिसर्च में दावा किया गया था कि हर सप्ताह महज 5 यूनिट शराब पीने से भी पुरुषों की स्पर्म क्वॉलिटी प्रभावित होती है.
बीएमजे जर्नल में पब्लिश यह रिसर्च डेनमार्क की मिलिट्री के 18 से 28 साल तक के 1,200 पुरुषों की स्टडी के आधार पर तैयार की गई थी.
रिसर्चरों ने पिता बनने की चाहत रखने वाले पुरुषों को अल्कोहल से ज्यादा से ज्यादा दूरी बनाकर रखने की हिदायत दी थी.
हालांकि साल 2018 में मेन्स हेल्थ में 323 पुरुषों पर रिसर्च पर आधारित स्टडी में दावा किया था कि सीमित मात्रा में शराब के सेवन से प्रजनन क्षमता बढ़ती है.
यदि बात सिर्फ वोदका की करें तो जान लें कि रूस में सबसे ज्यादा यही शराब पी जाती है. यदि इसमें यखामी होती तो रूस की आबादी ही खत्म हो जाती.