May 8, 2024, 02:45 PM IST

शेर-ओ-शायरी के शौकीन हैं Vikas Divyakirti, यहां पढ़ें 10 पसंदीदा शायरियां

Aman Maheshwari

क्यों डरे ज़िंदगी में ये सोचकर कि क्या होगा... कुछ न होगा तो मेरे यार तजुर्बा होगा...

कुछ देर की खामोशी है अब शोर आएगा, तुम्हारा वक्त आया है हमारा दौर आएग.

आईने की तरह होती है जिंदगी... आप मुस्कुरा कर तो देखिए, वो भी मुस्कुरा देगी...

जो नहीं मिलेगा वो हमेशा बड़ा ही दिखेगा.. और जो मिलेगा वो हमेशा छोटा ही दिखेगा.

अगर कोई पढ़ा लिखा व्यक्ति अपने ज्ञान की वजह से अहंकार में चूर हो जाए, तो मान लीजिये की वो पढ़ा लिखा नहीं है.

डिग्रियां तो तालीम के खर्चे की रसीदें हैं, इल्म वो है.. जो आपके किरदार में झलकता है.

दुनिया जिसे कहते हैं वो जादू का खिलौना है, जो मिल गया वो मिट्टी है जो न मिला वो सोना है।

अगर वो पूछ ले हम से तुम्हे किस बात का गम है, तो फिर किस बात का गम है अगर वो पूछ ले हमसे.

जो खानदानी रईस होते हैं, मिजाज रखते हैं नर्म अपना.. तुम्हारा लहजा बता रहा है, अभी ये दौलत नई-नई है.