Jan 15, 2025, 06:44 PM IST

लाखों में बिकती है कीड़ों से सनी यह साड़ी

Smita Mugdha

भारत के चर्चित परिधान साड़ियों को अब वैश्विक मंच पर भी पहचान मिल चुकी है. 

भारत की बनारसी, कांजीवरम जैसी साड़ियां अब ब्रिटेन-अमेरिका जैसे देशों में भी भेजी जाती हैं.

अलग-अलग तरह की साड़ियों की कीमत फैब्रिक और उनकी दूसरी विशेषताओं के आधार पर तय होती है. 

बनारसी, कांजीवरम, चंदेरी जैसी साड़ियों की कीमत तो लाखों में भी होती है और इनमें सोने-चांदी तक का काम होता है. 

ऐसी ही शहतूत रेशम से बनी साड़ियों की कीमत 10 हजार से लेकर लाखों तक में होती है और ये बेहद सुंदर होती हैं. 

बनारसी, कांजीवरम जैसी साड़ियों को तैयार करने के लिए शहतूत रेशम का इस्तेमाल किया जाता है. 

शहतूत से रेशम निकालने के लिए पहले इन्हें गर्म पानी में उबाला जाता है, क्योंकि इनमें काफी कीड़े होते हैं. 

कई बार कुछेक कीड़े इसके बाद भी बच जाते हैं और कभी-कभी रेशम की इन साड़ियों में इसलिए कीड़े भी लग जाते हैं. 

शहतूत के रेशम से बनी साड़ियां बेहद मुलायम होती हैं और पहले तो इन साड़ियों पर सोने-चांदी का काम भी किया जाता है.