Feb 12, 2025, 07:39 PM IST
प्रेमानंद महाराज ने बताया, पुलिस एनकाउंटर पाप है या पुण्य
Kuldeep Panwar
गुंडों-बदमाशों से समाज को मुक्ति दिलाने के लिए पुलिस उन्हें एनकाउंटर में ढेर करती रहती है. उत्तर प्रदेश में तो बहुत एनकाउंटर होते हैं.
किसी को मारना पाप माना गया है, लेकिन पुलिस एनकाउंटर में बदमाशों का मरना पाप है या पुण्य? इसका जवाब प्रेमानंद महाराज ने दिया है.
वृंदावन के राधा भक्त संत प्रेमानंद महाराज अपने बेबाक जवाबों के लिए चर्चित हैं. ऐसा ही बेबाक जवाब उन्होंने एनकाउंटर को लेकर भी दिया है.
मेरठ में थानाध्यक्ष के तौर पर तैनात यूपी पुलिस के दारोगा मुनेश सिंह 10 फरवरी को वृंदावन में प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने पहुंचे थे.
मुनेश सिंह ने उनसे कहा,'32 साल की पुलिस की नौकरी में मैंने कई एनकाउंटर किए हैं. एक एनकाउंटर में मेरी छाती में भी गोली लगी थी.'
मुनेश सिंह ने आगे कहा,'मौत की खबर भी जारी हुई, पर ईश्वर की कृपा से मैं बच गया. तब से मेरा मन विचलित रहता है. मेरा पश्चाताप क्या होगा?'
प्रेमानंद महाराज ने मुनेश सिंह से कहा कि हमें कर्तव्य निभाते हुए भी प्रभु से प्रार्थना करनी चाहिए. नौकरी में हुए पापों की क्षमा मांगनी चाहिए.'
प्रेमानंद महाराज ने मुनेश से कहा कि आधा जीवन तो आपने वैसे ही देश के नाम कर दिया, अब बाकी जीवन भगवान की शरण में दीजिए.
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि भगवान से प्रार्थना करें कि नौकरी में मुझसे जो पाप और चूक हुई हैं, उन्हें क्षमा करके उनके प्रभाव दूर कर दें.
आपको बता दें कि मुनेश सिंह कौन हैं? आगरा के निवासी मुनेश अभी मेरठ में तैनात हैं. 32 साल की नौकरी में वे 25 एनकाउंटर में शामिल रहे हैं.
सिपाही के तौर पर भर्ती होने वाले मुनेश 2016 में दारोगा बने थे. इसी साल गणतंत्र दिवस पर उन्हें राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था.
मेरठ से पहले गाजियाबाद में तैनात रहे मुनेश राकेश दुजाना के एनकाउंटर में भी शामिल थे. उनकी पत्नी और दो बच्चे गाजियाबाद में ही रहते हैं.
23 जनवरी, 2024 को मेरठ में गश्त के दौरान कार चोरी करके भाग रहे बदमाशों से एनकाउंटर के दौरान मुनेश के सीने में गोली लग गई थी.
मुनेश गोली लगने के बाद करीब 11 दिन तक ICU में जिंदगी-मौत से जूझकर जिंदा बच गए थे. इसे वे अपना हृदय बदलने वाली घटना बताते हैं.
Next:
साइंस के हिसाब से कौन है दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला
Click To More..