बेटियां परिवार का अनमोल हिस्सा होती हैं. वहीं, माता-पिता की लाडली भी होती हैं.
पैरेंट्स उनके प्यार और परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़ते.
लेकिन कभी-कभी प्यार में वे कुछ ऐसी बातें बोल जाते हैं, जो बेटियों के आत्मविश्वास पर बुरा असर डालती हैं.
बेटियां खुद लेकर संशय में पड़ जाती हैं. तो ऐसे में वे बातें जान लें जो आपको बेटियों को नहीं बतानी.
तुम लड़की हो और यह काम तुम्हारे बस की बात नहीं. ऐसा कहने से बेटी का आत्मविश्वास कम हो सकता है और वह खुद को कमजोर समझ सकती है. उसे यह महसूस कराएं कि वह किसी भी चुनौती को पार कर सकती है.
'तुम्हारे बस की बात नहीं'
बार-बार शादी की बात करने से बेटी के मन में अनावश्यक दबाव बन सकता है. उसे पहले अपने सपनों और करियर पर ध्यान देने दें.
'शादी के बाद सब बदल जाएगा'
बेटियों को उनके स्वाभाविक व्यक्तित्व को अपनाने की आजादी दें. उन्हें यह महसूस न कराएं कि लड़कियों को सिर्फ एक निश्चित तरीके से ही व्यवहार करना चाहिए.
'लड़कों की तरह मत बनो'
दूसरे क्या सोचेंगे अगर इसका भी दबाव आप बेटी पर डालेंगे तो वह फैसले नहीं ले पाएगी. उसे आत्मनिर्भर बनने दें और अपने निर्णयों पर गर्व करने दें.
'दूसरों की क्या सोच होगी?'
समझौते का पाठ पढ़ाने की बजाय उसे अपने हक के लिए खड़े होने की सीख दें. उसे सिखाएं कि सम्मान से जीना और खुद को प्राथमिकता देना गलत नहीं है.